संसार में धनवान और बलवान तो बहुत हैं, लेकिन पुण्यवान कम – पं गौरव तिवारी
भागवत में धूमधाम से मना कृष्ण जन्मोत्सव
हंसदास मठ पर तर्पण अनुष्ठान-पितृ मोक्षदायी – आज गोवर्धन पूजा
इंदौर, । संसार में धनवान और बलवान तो बहुत हैं, लेकिन पुण्यवान कम है। तर्पण अनुष्ठान हमारी संस्कृति का ऐसा उजला पक्ष है जो हमें सदकर्मों की ओर प्रवृत्त कर पुण्यवान बनाता है। माता-पिता और गुरू के कर्ज से हम कभी मुक्त नहीं हो सकते, लेकिन श्राद्ध पक्ष में किए गए तर्पण से हमारे कर्ज की रकम बहुत हद तक कम हो सकती है। यह वह प्रक्रिया है, जो हमारी नई पीढ़ी को भी संस्कारवान बनाने की ऊर्जा और प्रेरणा देती है।
आचार्य पं. गौरव तिवारी (राऊ) के, जो उन्होने एयरपोर्ट रोड, हंसदास मठ पर श्रद्धा सुमन सेवा समिति के तत्वावधान में चल रहे पितृ मोक्षदायी भागवत कृष्ण जन्म प्रसंग के दौरान व्यक्त किए।
महामंडलेश्वर स्वामी रामचरणदास महाराज के सानिध्य, युवराज महामंडलेश्वर पं. पवनदास महाराज के आतिथ्य और पं. पवन तिवारी के निर्देशन में तर्पण अनुष्ठान में आज भी 500 से अधिक साधकों ने भाग लिया। भगवान हरि विष्णु का पूजन समाजसेवी विष्णु बिंदल, संस्था सेवा सुरभि के संयोजक ओमप्रकाश नरेड़ा, राजेश कुंजीलाल गोयल, विनोद गोयल, अशोक गोयल ने संस्था के अध्यक्ष हरि अग्रवाल, उपाध्यक्ष राजेन्द्र सोनी, महासचिव डॉ. चेतन सेठिया एवं राजेन्द्र गर्ग के साथ किया और आरती में भी भाग लिया। पितृ मोक्षदायी भागवत में राजकुमारी मिश्रा, रानीलता सेठिया, ज्योति शर्मा, मंजू सोनी, गीता विजयवर्गीय सहित बड़ी संख्या में मातृशक्तियों ने व्यासपीठ का पूजन किया। उत्सव के लिए कथा स्थल को गुब्बारों और फूलों से तथा माखन-मिश्री, पंचमेवा की मटकियों से सजाया गया था। भगवान का जन्म होते ही बाजे रे बाजे रे बधाई… और नंद के घर आनंद भयो… जय कन्हैयालाल की… जैसे भजनों पर सभागृह थिरक उठा। इस अवसर पर पं. गौरव तिवारी ने कहा कि जब हमारी बुद्धि में श्रीकृष्ण आ जाएंगे तो सारे बंधन भी छूट जाएंगे। वसुदेव ने जैसे ही नन्हें श्रीकृष्ण को अपने शीश पर धारण किया, उनके सारे बंधन छूट गए।
अध्यक्ष हरि अग्रवाल ने बताया कि यहां आने वाले साधकों को सभी तरह की पूजन सामग्री निःशुल्क दी जा रही है और प्रतिदिन देश के शहीदों, स्वतंत्रता सेनानियों, गो माता तथा होलकर शासकों के लिए भी मोक्ष की कामना की जा रही है।