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वैश्य समाज के युवा भी आगे आएं और आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल करें अन्यथा बहुत पीछे रह जाएंगे – गिरीश अग्रवाल

पहले दिन 700 प्रत्याशी पहुंचे मंच पर – 100 रिश्ते तय होने की स्थिति में


स्कीम 71, रिंग रोड स्थित दस्तूर गार्डन पर अ.भा. वैश्य युवक-युवती परिचय सम्मेलन का कुलदेवी महालक्ष्मी के चित्र पूजन से हुआ शुभारंभ
– आज सुबह 10 बजे से शुरू होगी प्रक्रिया

इंदौर। स्कीम 71, पश्चिमी रिंग रोड स्थित दस्तूर गार्डन आज दिनभर म.प्र. वैश्य महासम्मेलन द्वारा आयोजित अ.भा. वैश्य युवक-युवती परिचय सम्मेलन का साक्षी बना रहा। म.प्र. वैश्य कल्याण ट्रस्ट के अध्यक्ष गिरीश अग्रवाल, संगठन के प्रदेशाध्यक्ष उमाशंकर गुप्ता, वरिष्ठ समाजसेवी विनोद अग्रवाल, दिनेश मित्तल, टीकमचंद गर्ग, अविनाश ओएस्टर, विष्णु बिंदल, राजेश चेलावत, पवन सिंघानिया मोयरा के आतिथ्य में सुबह कुलदेवी महालक्ष्मी के चित्र पूजन के साथ देशभर से आए प्रत्याशियों एवं पालकों की मौजूदगी में इस परिचय सम्मेलन का श्रीगणेश हुआ। मुख्य अतिथि गिरीश अग्रवाल ने इस अवसर पर सम्मेलन के दौरान युवतियों की भूमिका की खुले मन से प्रशंसा करते हुए कहा कि वैश्य समाज में भी अब युवकों को आगे आना चाहिए। अब समय आधुनिक तकनीकों को अपनाने का है। इस मामले में हम यदि पीछे रहे तो अन्य समाजों की तुलना में बहुत पीछे रह जाएंगे। सम्मेलन में परिचय देने पहुंचे करीब 700 में से 85 प्रतिशत प्रत्याशियों ने वैश्य समाज के सभी घटकों के साथ रिश्ते को स्वीकार्य बताया।
दस्तूर गार्डन के सुसज्जित परिसर में सुबह ठीक साढ़े 11 बजे अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलन कर सम्मेलन का शुभारंभ कर दिया। शुभारंभ के तुरंत बाद ही परिचय सम्मेलन का क्रम शुरू हो गया, जिसमें पहले दिन आज करीब 700 प्रत्याशियों ने मंच पर आकर बेबाकी से अपने परिचय दिए। अधिकांश प्रत्याशियों ने बिना दहेज के शादी करने का भी संकल्प व्यक्त किया, वहीं जॉब कर रहे प्रत्याशियों ने उच्च शिक्षित युवतियों को अपनी पहली पसंद बताया। इसी तरह युवती प्रत्याशियों ने भी उच्च शिक्षित प्रत्याशियों के साथ प्राथमिकता बताई। कुछ युवती प्रत्याशियों ने व्यवसायी एवं उद्योगपतियों को भी अपनी पसंद बताया। प्रारंभ में आयोजन समिति की ओर से अध्यक्ष दिनेश मित्तल, प्रमुख संयोजक अरविंद बागड़ी, समन्वयक धीरज खंडेलवाल, संयोजक राजेश गर्ग एवं शिव जिंदल ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। म.प्र. वैश्य महासम्मेलन की मेजबानी में यह पांचवां अखिल भारतीय सम्मेलन इंदौर में हो रहा है, जिसमें पहले दिन ही लगभग 100 रिश्तों पर सहमति होने की स्थिति बन चुकी है, लेकिन श्राद्ध पक्ष के चलते मंच से इनकी घोषणा नहीं की जा सकी।
सम्मेलन स्थल पर सभी मेहमानों के लिए चाय-स्वल्पाहार तथा रियायती मूल्य पर भोजन की व्यवस्था को देशभर से आए सभी मेहमानों ने खूब सराहा। परिचय का दौर देर शाम तक चलता रहा। सुबह दस्तूर गार्डन के प्रवेश द्वार पर कन्याओं द्वारा तिलक लगाकर वैश्य बंधुओं की अगवानी की व्यवस्था भी सराही गई। आज सम्मेलन में मातृशक्तियों ने भी पूरे दम-खम और उत्साह के साथ विभिन्न व्यवस्थाओं को मुस्तैदी से संभाला। मुख्य अतिथि गिरीश अग्रवाल ने परिचय पुस्तिका का विमोचन भी किया। संपादक मंडल के बी.एम. गुप्ता, विनोद गोयल, मनीष मित्तल एवं हरीश अग्रवाल का सम्मान भी किया गया। कार्यक्रम का संचालन विकास डागा ने किया और आभार माना हरीश विजयवर्गीय ने।
सम्मेलन को वरिष्ठ पत्रकार राजेश चेलावत एवं उद्योगपति पवन सिंघानिया ने भी संबोधित किया और कहा कि वैश्य समाज का यह कुंभ मेला अगली बार इससे भी बड़ी स्थान पर आयोजित किया जाना चाहिए। उन्होंने भी सम्मेलन में अपनाई जा रही आधुनिक तकनीकों की सराहना की। सम्मेलन में वैश्यबंधुओं की खचाखच उपस्थिति को देखकर वरिष्ठ समाजसेवी विनोद अग्रवाल, टीकमचंद गर्ग, विष्णु बिंदल, अविनाश ओएस्टर भी अभिभूत नजर आए और अपने उदबोधन में उन्होंने इस सम्मेलन को ऐतिहासिक बताया। सम्मेलन में शहर के सभी प्रमुख वैश्य घटकों के पदाधिकारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
रविवार 22 सितम्बर को परिचय सम्मेलन की कार्यवाही दस्तूर गार्डन पर सुबह 10.30 बजे से शुरू हो जाएगी। रविवार होने से कल बड़ी संख्या में वैश्य बंधु इस परिचय सम्मेलन में भाग लेने आएंगे।

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