एआई’ का खतरा हमारे सिर पर, नहीं संभले तोउद्योग से लेकर घर-बार तक तबाह हो जाएंगे
आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस को लेकर इस्कॉन के मोटिवेशनल स्पीकर स्वामी अमोघ लीला दास की दिलचस्प व्याख्यान
इंदौर, । एआई (आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस) नामक बहुत खतरनाक बीमारी दुनियाभर में फैल रही है। उद्योग, धंधे, नौकरी, परिवार, शिक्षा से लेकर हर क्षेत्र में इसके दुरुपयोग के साथ-साथ इसके खतरे भी बढ़ते जा रहे हैं। अभी तो यह प्रारंभिक दौर है, लेकिन इसके बाद जब एआई नाम का यह वायरस तेजी से घर-घर तक फैलेगा, तब कितनी भीषण और भयावह स्थिति बनेगी, कहा नहीं जा सकता। आज भारत जैसे देश में जहां धर्म, संस्कृति, नीति और मर्यादा पर हमारे परिवार टिके हुए हैं, वहां इस आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस ने तबाही मचा रखी है। परिवार बिखर रहे हैं। युवा आत्महत्या कर रहे हैं। रोजगार से वंचित लोग गुमराह होकर अपराध की दुनिया में पहुंच रहे हैं। साइबर क्राइम के मामले भी लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इस स्थित में समय रहते हमने सजगता नहीं बरती तो इसके खतरनाक दुष्परिणाम हम सबको झेलना पड़ेंगे।
इस्कॉन दिल्ली से जुड़े मोटिवेशनल स्पीकर संत अमोघ लीला दास ने रविवार शाम बास्केट बाल काम्प्लेक्स पर आयोजित ‘ आनंदम 3.0 ’ सेमिनार में एआई’ के युग में प्रेम और आध्यात्मिकता जैसे दिलचस्प विषय पर अत्यंत रोचक और प्रभावी अंदाज में एआई के खतरों से खचाखच भरे सभागृह को अवगत कराया। इस्कॉन इंदौर के अध्यक्ष स्वामी महामन दास के सानिध्य में सांसद शंकर लालवानी के आतिथ्य मंे पुलिस की अपराध शाखा के उपायुक्त राजेश दंडोतिया, समाजसेवी अनिल भंडारी, प्रणव संघवी, वृंदावन से आए राधाश्याम प्रभु, कृष्ण अर्चन प्रभु, अद्रिधरण प्रभु, अच्युत गोपाल प्रभु, कृष्णार्चन प्रभु, प्राणेश्वर प्रभु, रणवीर कृष्ण प्रभु, म.प्र. औद्योगिक संगठन के अध्यक्ष योगेश मेहता, डॉ. मनीष पटेल, किशोर जायसवाल सहित इस्कॉन इंदौर के संतों ने उनका स्वागत किया। मीडिया प्रभारी हरि अग्रवाल ने सभी अतिथियों का परिचय स्वामी अमोघ लीला दास से कराया। संचालन इस्कान इंदौर के प्रभु अद्रिधरण एवं मुंबई से आई महासुंदरी माताजी ने किया। स्वामी अमोघलीला दास का व्याख्यान सुनने के लिए बास्केट बाल काम्प्लेक्स का सभागृह एवं गैलरी तो खचाखच भरा ही रहा, उनके व्याख्यान के दौरान सैकड़ों बार ठहाके भी लगे। इस दौरान इस्कॉन के रॉक बैंड पर भक्ति संगीत की प्रस्तुति पर युवाओं ने खूब आनंद भी लिया। अंत में रणवीर कृष्ण प्रभु ने आभार माना। रॉक बैंड पर भजन संकीर्तन के बीच प्रसादम वितरण के साथ समापन हुआ।
अपने दिलचस्प अंदाज में स्वामी अमोघ लीला दास ने कहा कि ‘ एआई ’ ने एक नया खतरा पैदा कर दिया है। दुनिया के सामने आज सबसे बड़ा खतरा ‘ एआई ’ का हो गया है। आप इस खतरे के कारण कहीं भी सुरक्षित नहीं है। घर, बाहर, दुकान, नौकरी, शिक्षा, यात्रा से लेकर जहां कहीं आपकी व्यस्त दिनचर्या है, आपके आसपास यह खतरा मंडराता रहेगा। वाईफ भले ही नहीं मिले, लेकिन वाईफाई आजकल जरूरी है। आज हमारे परिवार इसी कारण से बिखर रहे हैं। सास-बहू के बीच, देरानी-जेठानी के बीच, बहन-भाई के बीच मतलब यह है कि कोई सा भी रिश्ता ऐसा नहीं बचा है, जो इस खतरे से अछूता रहा हो। अनेक युवकों ने आत्महत्या भी की है। देश –विदेश में 46 हजार लोगों की नौकरी इस ‘ एआई ’ ने छीन ली है। नतीजा यह है कि अनेक युवा प्राण त्यागने पर मजबूर हैं। आने वाले समय में हमें इसके और भी भयावह परिणाम मिल सकते हैं। आज सबसे ज्यादा इस खतरे से हमारा युवा वर्ग प्रभावित हो रहा है। हमारा युवा अपनी सारी रचनात्मकता और प्रतिभा को इस खतरे के सामने बौना समझ रहा है। मतलब यह कि आपकी तमाम डिग्रियां इस खतरे के सामने कोई मायने या महत्व नहीं रखती। यह ऐसा खतरा है, जो समाज के किसी भी वर्ग को प्रभावित किए बिना नहीं रहेगा।