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21 वां मालवा रत्न अलंकरण चलित झांकी के सुप्रसिद्ध कलाकार सुभाष जरिया को

पूर्व मंत्री ब्रह्म. रामेश्वर पटेल की जयंति पर प्रदान किया जाएगा

पूर्व मंत्री ब्रह्म. रामेश्वर पटेल की जयंति पर प्रदान किया 21 वां मालवा रत्न अलंकरण चलित झांकी के सुप्रसिद्ध कलाकार सुभाष जरिया को जाएगा

इंदौर। 1942 से चली आ रही चलित झांकियों की परम्परा को आगे बढ़ाते हुए इस वर्ष भी चलित झांकियों का कारवां इन्दौर शहर की सड़कों पर गुजरेगा। मिलें बंद हैं, इसके बावजूद भी मजदूर भाईयों ने कमेटियां बनाकर खून-पसीने से सींचकर झांकियों का निर्माण आज तक चालू रखा है। इस निर्माण में झांकियों की परम्परा में चलित झांकियों के निर्माता को प्रतिवर्ष श्री गीता रामेश्वरम् ट्रस्ट एवं नेताजी सुभाष मंच संयुक्त रूप से मालवा रत्न अलंकरण झांकी कलाकार का चयन कर एक तो प्रदान करता है। इस वर्ष 21 वां मालवा रत्न अलंकरण चलित झांकी के निर्माता श्री सुभाष जरिया को प्रदान करने का निर्णय लिया गया है।
कार्यक्रम के आयोजक पूर्व विधायक सत्यनारायण पटेल एवं मदन परमालिया ने संयुक्त रूप से बताया कि यह आयोजन बिचौली मर्दाना स्थित विद्यासागर स्कूल आडोटोरियम में 9 सितम्बर 2024, सोमवार को दोपहर 3:00 बजे से आयोजित किया गया है। साथ ही मध्यप्रदेश शासन के पूर्व मंत्री ब्रह्म. श्री रामेश्वर पटेल की जयंति पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित की जाएगी। सम्मान समारोह की श्रृंखला में मिलों की कमेटियों, झांकियों के कलाकारों, अखाड़ों के उस्ताद-खलिफाओं, विद्युत सज्जा के कलाकार, सशस्त्रों का प्रदर्शन करने वाले कलाकारों एवं झांकियों में शामिल होने वाले बैण्ड के कलाकारों के साथ-साथ किसान अलंकरण से किसान भाईयों को भी सम्मानित किया जाएगा।
पूर्व विधायक सत्यनारायण पटेल एवं मदन परमालिया ने संयुक्त रूप से बताया कि झांकी कलाकार सुभाष जरिया की विगत 44 वर्षों से झाँकियों का निर्माण, भागवत कथा के स्टेज आदि का निर्माण कार्य कर रहे है। झाँकियों की वर्कशॉप एयरपोर्ट रोड़ पर है। माँ अहिल्या की पावन नगरी में बहुत से कलाकारों ने जन्म लिया, उनमे से एक कलाकार श्री सुभाष जरिया का जन्म 7 अक्टूम्बर 1964 में जेलरोड इन्दौर में हुआ। बहुत छोटी आयु में ही अपने गुरुदेव श्री परम पूजनीय बाबूराव जी मलमकर के सानिध्य में कार्य सीखा व उन्हीं से प्रेरणा लेकर झाँकियों के कार्य को उनके मार्गदर्शन में आगे बड़ाया। वर्ष 1980 से मेघा डेकोरेटर्स नाम से झाँकी के कार्य का संचालन किया। हर वर्ष साँवरिया सेठ मंदिर राजस्थान रथ व झांकियाँ जाती है। हर वर्ष शिरडी मंदिर महाराष्ट्र रथ व झांकियाँ जाती है। इस वर्ष होप ट्रैक्टस्टाइल मिल भंडारी मिल की झांकी बनाई जा रही है।

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