इंदौर

व्यवसाय मॉडलिंग में उत्कृष्टता’ पर 20 वीं राष्ट्रीय शोध कार्यप्रणाली कार्यशाला का आयोजन। 

प्रेस्टीज प्रबंध संस्थान द्वारा ` व्यवसाय मॉडलिंग में उत्कृष्टता’ पर 20वीं राष्ट्रीय शोध कार्यप्रणाली कार्यशाला का आयोजन। 
इंदौर: प्रेस्टीज इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड रिसर्च , इंदौर के पीजी कैंपस में “व्यवसाय मॉडलिंग के लिए उन्नत शोध विधियों” विषय पर सात दिवसीय 20वीं राष्ट्रीय शोध कार्यप्रणाली कार्यशाला का शुभारंभ हुआ। इस कार्यशाला का उद्देश्य श्रेष्ठ शोध कार्यप्रणालियों और विधियों को पहचानना और उन्हें बढ़ावा देना है। इसमें जम्मू-कश्मीर, इंदौर, मुंबई, ग्वालियर, और भोपाल समेत देश के विभिन्न राज्यों से प्रतिभागी भाग ले रहे हैं।

कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए पीआईएमआर के ग्रुप डायरेक्टर डॉ. एस. एस. भाकर ने आधुनिक शैक्षणिक और व्यवसायिक परिवेश में उन्नत शोध विधियों के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “यह कार्यशाला व्यापार प्रबंधन में अनुसंधान उत्कृष्टता और नवाचार को प्रोत्साहित करने की हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक है।” डॉ. भाकर ने बताया कि इस कार्यशाला का उद्देश्य प्रतिभागियों को उनके शोध कार्यों में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए आवश्यक कौशल और उपकरणों से सुसज्जित करना है। उन्होंने कहा कि यह कार्यशाला प्रेस्टीज प्रबंध संस्थान के शैक्षणिक उत्कृष्टता और अनुसंधान नवाचार को बढ़ावा देने के प्रयासों में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है जिसके अंतर्गत विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों और विद्वानों को एक मंच पर लाकर, प्रेस्टीज शिक्षण समूह व्यापार अनुसंधान और शिक्षा के क्षेत्र में अपनी अग्रणी स्थिति को मजबूत कर रहा है।

कार्यक्रम संयोजक डॉ. आलोक बंसल ने कार्यशाला के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह कार्यशाला शोध क्षमताओं को बढ़ाने और व्यवसाय मॉडलिंग में नवीन दृष्टिकोण को प्रोत्साहित करने में सहायक होगी।

संस्थान की वरिष्ठ संकाय सदस्य डॉ. श्वेता मोंगरे ने जानकारी दी कि कार्यशाला के पहले दिन डॉ. भाकर द्वारा संचालित तकनीकी सत्रों का आयोजन किया गया, जिसमें व्यवस्थित साहित्य समीक्षा और बिब्लियोमेट्रिक विश्लेषण पर विशेष ध्यान दिया गया। प्रतिभागियों ने `डाइमेंशन्स’ तथा वीओएस व्यूअर जैसे प्रमुख सॉफ़्टवेयर टूल्स के माध्यम से व्यावहारिक प्रशिक्षण प्राप्त किया और नवीनतम शोध तकनीकों में महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टि हासिल की।

डॉ. मोंगरे ने आगे बताया कि कार्यशाला का उद्देश्य शोध कार्यप्रणालियों के महत्वपूर्ण क्षेत्रों की व्यापक समझ प्रदान करना है, जिससे शोधकर्ता अपने संबंधित क्षेत्रों में प्रभावी ढंग से योगदान कर सकें। इस कार्यशाला के दौरान, प्रतिभागी रिग्रेशन मॉडलिंग, संरचनात्मक समीकरण मॉडलिंग और वित्तीय मॉडलिंग जैसे उन्नत विषयों में गहराई से अध्ययन करेंगे, जिससे उनके शोध कौशल में सुधार होगा और व्यवसाय मॉडलिंग के लिए नवीन दृष्टिकोण को प्रोत्साहन मिलेगा।

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!