इंदौरधर्म-ज्योतिष
अ. भा. वैश्य परिचय सम्मेलन के लिए प्रमुख वैश्य घटकों की 2250 प्रविष्ठियां आईं, छावनी में कार्यालय का शुभारंभ
देश के 200 जिला मुख्यालयों पर भी निशुल्क प्रविष्ठि पत्र मिलेंगे – ऑनलाइन एप पर भी फार्म जमा होंगें

मध्यप्रदेश वैश्य महासम्मेलन
इंदौर । शहर में आगामी 21-22 सितम्बर को होने वाले अखिल भारतीय परिचय सम्मेलन के लिए इंदौर ही नहीं, उत्तर भारत के लगभग सभी जिलों में जबर्दस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। अब तक 2250 प्रविष्ठियां मिल चुकी हैं। बुधवार से श्रद्धानंद मार्ग, छावनी स्थित बागड़ी सदन पर परिचय सम्मेलन के कार्यालय का शुभारंभ भी हो गया है। ऑनलाइन प्रविष्ठियां भी मिल रही हैं। देश के 200 जिला मुख्यालयों पर वैश्य महासम्मेलन एवं संबंधित कार्यालयों पर भी प्रविष्ठि पत्र निशुल्क उपलब्ध कराए जा रहे हैं। वरिष्ठ समाजसेवी विनोद अग्रवाल के मार्गदर्शन में सभी व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
आयोजन समिति के प्रमुख संयोजक अरविंद बागड़ी, जिलाध्यक्ष धीरज खंडेलवाल, संयोजक राजेश गर्ग एवं शिव जिंदल ने बताया कि समाजसेवी प्रेमचंद गोयल, दिनेश मित्तल, एवं विष्णु बिंदल के आतिथ्य में छावनी स्थित बागड़ी सदन पर आज परिचय सम्मेलन के कार्यालय का दीप प्रज्ज्वलन कर शुभारंभ हो गया है। इस अवसर पर कुलभूषण मित्तल कुक्की, प्रवीण मंडलोई, प्रवीण नीखरा, अनिल टोडवाल, अजय सोढ़ानी, सुभाष गुप्ता, प्रमोद गुप्ता, विशाल पोरवाल, राजकुमार बंसल, राजेश अग्रवाल, घनश्याम गुप्ता सहित वैश्य घटकों के प्रतिनिधि एवं पदाधिकारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे। इस कार्यालय पर प्रतिदिन सुबह 11 से सांय 7 बजे तक प्रविष्ठि फार्म लेने और जमा करने की सुविधा उपलब्ध रहेगी। इसके साथ ही अब तक प्राप्त प्रविष्ठियों का परिचय पुस्तिका में प्रकाशन करने हेतु इनके वर्गीकरण का काम भी संपादक मंडल की टीम ने शुरू कर दिया है। कोशिश यही की जा रही है कि परिचय पुस्तिका में वैश्य समाज के सभी घटकों की प्रविष्ठियां अलग-अलग समूहों और अलग-अलग खंड में प्रकाशित की जाए। परिचय सम्मेलन का उद्देश्य यही है कि वैश्य समाज के सभी घटकों के विवाह योग्य प्रत्याशी एक मंच पर आकर अपने लिए सर्वोत्तम जीवन साथी का चयन करें।
आयोजन समिति के विकास डागा, अशोक खंडेलवाल एवं रवीन्द्र राठी ने बताया कि अब तक जो 2250 प्रविष्ठियां प्राप्त हुई हैं, उनमें 1800 से अधिक प्रविष्ठियां उच्च शिक्षित प्रत्याशियों की है, जिनमें डॉक्टर्स, इंजीनियर्स, सीए, एमसीए, एमबीए एवं अन्य प्रोफेशनल्स की है। शेष प्रविष्ठियां स्वयं के कारोबार में स्थापित उद्योगपति एवं व्यापारी परिवार से जुड़े प्रत्याशियों की है। समाज के हिसाब से देखें तो इनमें से अग्रवाल समाज की 1120, माहेश्वरी समाज की 340, श्वेताम्बर एवं दिगम्बर जैन समाज की 290, खंडेलवाल समाज की 210, चित्तौड़ा महाजन समाज की 105 और विजयवर्गीय समाज की 200 से अधिक प्रविष्ठियां शामिल हैं। लगभग सभी प्रमुख वैश्य घटकों, पोरवाल, मोढ़ गुजराती, गहोई वैश्य, नीमा, गंगराड़े सहित सभी वैश्य घटकों की प्रविष्ठियां इस परिचय सम्मेलन के लिए प्राप्त हो रही हैं। इनके अलावा विदेशों में कार्यरत प्रत्याशियों की भी 109 प्रविष्ठियां प्राप्त हुई हैं। प्रविष्ठियां Vaishyparinay एप पर डाउनलोड करके ऑनलाइन भी भरी जा सकेंगी। वैश्य परिणय एप के प्रभारी विशाल पोरवाल से भी सम्पर्क किया जा सकता है।
परिचय सम्मेलन की तैयारियों के लिए वैश्य समाज के लगभग सभी प्रमुख घटकों की अलग-अलग बैठकों का दौर भी 28 जुलाई से शुरू करने की तैयारियां हो चुकी हैं। सभी वैश्य घटकों के प्रमुख पदाधिकारियों के मार्गदर्शन में परिचय सम्मेलन के लिए 10 हजार से अधिक प्रविष्ठियां प्राप्त करने का कीर्तिमान बनाने के लिए सभी वैश्य घटक अपनी-अपनी टीमों के सहयोग से जुटे हुए हैं।
संलग्न चित्र – वैश्य महासम्मेलन….. श्रद्धानंद मार्ग छावनी स्थित बागड़ी सदन पर परिचय सम्मेलन के कार्यालय का दीप प्रज्ज्वलन कर शुभारंभ करते दिनेश मित्तल, प्रेमचंद गोयल, विष्णु बिंदल एवं अन्य