सेंधवा में फुले जयंती पर मेघावी छात्र छात्राओं का सम्मान किया

सेंधवा। माली समाज द्वारा महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती पर समाजजनों ने महात्मा ज्योतिबा फुले के चित्र पर माल्यार्पण व पूजन कर मेघावी छात्र छात्राओं का सम्मान किया। वहीं मानव सेवा में अपना योगदान देने की बात कही।
माली समाज द्वारा दलित मसीहा पिछड़ों के मार्गदर्शक, नारी शिक्षा के प्रेरणास्त्रोत महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती गुरुवार को मनाई गई। इस अवसर पर दीपाली अरुण महाजन द्वारा महात्मा ज्योतिबा फुले के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा की नारी को पुरुषांे की बराबरी पर लाने का श्रेय अगर किसी को जाता है तो वे ज्योतिबा फुले को जाता है। जिन्होंने नारी को शिक्षित करने पर जोर देकर अपनी पत्नी सावित्री बाई फुले को शिक्षित किया। जो भारत की प्रथम महिला शिक्षिका थी। महात्मा फुले ने जीवनपर्यंत मानव सेवा में अपना जीवन लगाकर समाज के उत्थान के लिए समाज में रूढ़िवादी परंपरा का विरोध किया। साथ ही समाज की कुरीतियों जिसमे बाल विवाह, पुरुष प्रधानता को समाप्त करने में सफलता प्राप्त कर नारी को सम्मान से जीने का हक दिलाया।

समाज के अध्यक्ष मुकेश महाजन ने समाज को संगठित रहते हुए रचनात्मक गतिविधियां संचालित करने पर जोर देते हुए शिक्षा को बढावा देने की बात कर सभी के सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर माली समाज के संरक्षक मडकू सखाराम बाविस्कर ने मेघावी छात्र छात्राओं का सम्मान किया। कार्यक्रम की रूपरेखा माली समाज की महिला मंडल अध्यक्ष प्रतिभा ताई वाघ माली ने की।
समाज के वरिष्ठ संचालक शंभू महाजन ने अपनी पत्नी के साथ महात्मा ज्योतिबा फुले की पूजा अर्चना की। कार्यक्रम का संचालन मंगल महाजन ने किया। इस अवसर पर समाज के संचालकगण, समाज बंधु उपस्थित थे।