इंदौरचिकित्सा

डॉक्टर्स डे पर मुख्य अतिथि डॉ. आकांक्षा यादव एवं डॉ. आयुष पटेल का सम्मान

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की बेटी-दामाद की सहजता और सादगी ने मोह लिया

इंदौर । इनरव्हील क्लब ऑफ इंदौर अपटाउन की मेजबानी में डॉक्टर्स डे के उपलक्ष्य में अन्नपूर्णा आश्रम स्थित वेद भवन सभागृह में शहर के अनेक गणमान्य डॉक्टर्स का सम्मान किया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में राज्य के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की डॉक्टर पुत्री डॉ. आकांक्षा यादव और उनके पति डॉ. आयुष पटेल विशेष रूप से उपस्थित थे। मुख्यमंत्री के बेटी-दामाद होने के बावजूद इस दम्पति ने बहुत सरलता, सहजता और सादगी के साथ कार्यक्रम में आए लोगों से मुलाकात भी की और बातचीत भी की। उनकी सादगी ने हर किसी को उनका प्रशंसक बनाए रखा।
प्रारंभ में क्लब की अध्यक्ष संगीता तिवारी, सचिव आरती पंड्या, अरुणा पांडे, वंदना वर्मा, पद्मा कोठारी, पूर्व अध्यक्ष शेजल शाह, लालिमा तिवारी, सपना मजूमदार, सौदामिनी पुराणिक, आशा कोठारी, मधुलिका दुबे, मृदुला गर्ग, स्नेहलता त्रिवेदी, पूनम गुप्ता, मीना भावे, पद्मा राव, स्वाति करडीले, भूगर्भ जल विशेषज्ञ डॉ. सुधीन्द्र मोहन शर्मा आदि ने मुख्य अतिथि डॉ. आकांक्षा यादव एवं विशिष्ट अतिथि इनरव्हील डिस्ट्रिक्ट 304 की मंडलाध्यक्ष मीनाक्षी शर्मा का स्वागत किया। डॉ. आकांक्षा यादव ने सौम्य मुस्कराहट के साथ सबका स्वागत स्वीकार किया, हालांकि इस बीच स्वागत करने वाले कुछ लोग तो तस्वीरें खिंचवाने में लगे रहे। इस अवसर पर प्रख्यात न्यूरोलाजिस्ट डॉ. अपूर्व पौराणिक ने डॉक्टर्स डे की महत्ता बताई।
कार्यक्रम में डॉ. निपुण पौराणिक, डॉ. आदित्य सोमानी, डॉ. कैप्टन प्रारब्ध कोठारी, डॉ. तनय अग्रवाल, डॉ. नीरजा पौराणिक, डॉ. अखिलेश शुक्ला, डॉ. रूमा शुक्ला, डॉ. मानसी आनंद, डॉ. निवेदिता जैन, डॉ. रितु पौराणिक, डॉ. श्वेता सोमानी एवं डॉ. चारू उरगांवकर का गरिमापूर्ण सम्मान किया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री के दामाद डॉ. आयुष पटेल एवं बेटी डॉ. आकांक्षा यादव का भी विशेष रूप से सम्मान किया गया। डॉ. आयुष पटेल उज्जैन में स्वयं का एस.एन. कृष्णा हास्पिटल चलाते हैं। वे एमबीबीएस के साथ ही हास्पिटल मैनेजमेंट में एमबीए की उपाधि भी प्राप्त हैं।
डॉ. आकांक्षा ने कहा – मरीज की खुशी में ही हमारी खुशी – लगभग डेढ़ घंटे चले इस कार्यक्रम में डॉ. आकांक्षा यादव ने अपने चिकित्सकीय पेशे की खुले मन से तारीफ करते हुए कहा कि जब हमारे इलाज से कोई मरीज स्वस्थ होकर अपने घर लौटता है तो उसकी खुशी देखकर जो आनंद मिलता है, उसे शब्दों में बयान करना बड़ा मुश्किल लगता है। हालांकि डॉक्टरों का पेशा बहुत थकाने वाला है, लेकिन कारगर उपचार के बाद मरीज की खुशी हमें इतनी ऊर्जा दे देती है कि हम हर समय मरीजों के इलाज के लिए स्वयं को तैयार रख पाते हैं।
अन्नपूर्णा मंदिर में किए दर्शन – डॉ. आयुष पटेल ने सभागृह में मौजूद डॉक्टर्स के आग्रह पर अपने संक्षिप्त उदबोधन में कहा कि डॉक्टर्स का पेशा एक नोबल प्रोफेशन है, जिसमें हमें नैतिक और सामाजिक जिम्मेदारी के साथ मरीजों का उपचार करना होता है। निश्चित ही इस पेशे में कई तरह के जोखिम हो सकते हैं, लेकिन जब हमारे उपचार से किसी बीमार की जान बच जाती है तो इससे बड़ा सुकून और आनंद और कुछ नहीं हो सकता। कार्यक्रम में शामिल होने के पूर्व डॉ. आकांक्षा यादव और उनके डॉक्टर पति ने अन्नपूर्णा आश्रम के महांडलेश्वर स्वामी विश्वेश्वरानंद गिरि एवं संचालक जयेन्द्रानंद गिरि से भी आशीर्वाद प्राप्त किए और अन्नपूर्णा लोक मंदिर में पहुंचकर दर्शनों का पुण्य लाभ भी उठाया। कार्यक्रम का संचालन ताप्ती राय यादव एवं सपना मजूमदार ने किया और आभार माना सचिव आरती पंड्या ने।

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