सेंधवा; कपास पर मंडी टैक्स छूट को निरंतर रखे, सीएम से मिला कपास व्यापारियों का प्रतिनिधिमंडल, रखी मांग

सेंधवा। रमन बोरखड़े। खरगोन-बड़वानी लोकसभा क्षेत्र के सांसद गजेंद्र सिंह पटेल के नेतृत्व में प्रदेश के कपास व्यापारियों का प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मिला। कपास व्यापारियों ने मुख्यमंत्री से व्यापारियों कपास पर दी गई मंडी टैक्स की छूट निरंतर जारी रखने की मांग की। बता दे कपास पर दी गई मंडी टैक्स की छूट को प्रतिवर्ष आगे जारी रखा जा रहा है। जिससे किसानों सहित कपास व्यापारियों को राहत मिलती है। वहीं मंडी टैक्स में भी इजाफा होता है।

सीएम से मिलने के दौरान कपास व्यापारियों के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री को बताया कि राज्य सरकार ने कपास पर मंडी शुल्क 1.50 रुपए से घटाकर 50 पैसे कर दिया है। इसकी समय सीमा इसी वर्ष मार्च माह में समाप्त हो गई थी। इसके बाद कपास एसोसिएशन के पत्र के बाद मध्यप्रदेश शासन किसान कल्याण और कृषि विकास विभाग मंत्रालय भोपाल ने 15 मार्च को आदेश जारी किया था। जिसमें मंडी टैक्स की छूट 30 जून 2024 तक बढ़ा दी गई थी जो अब समाप्त हो गई है। प्रतिनिधिमंडल ने इसे निरंतर रखने की मांग की। प्रतिनिधि मंडल में सेंधवा कॉटन एसोसिएशन अध्यक्ष गोविंद गोयल, सचिव गौरव तायल सहित मध्यांचल जिनर्स और ट्रेडर्स एसोसिएशन के पदाधिकारी शामिल थे।
छूट में देरी से व्यापारियोंव किसानों को नुकसान –
बता दें कि हर साल कपास व्यापारी प्रदेश सरकार से मंडी टैक्स कम करने की मांग करते हैं। कई बार कपास का सीजन खत्म होने के बाद सरकार मंडी टैक्स में रियायत देती है। जिससे कपास व्यापारियों सहित किसानों को भी नुकसान होता है। मध्यांचल जिनर्स और ट्रेडर्स एसोसिएशन के बैनर तले कपास व्यापारियों ने सरकार से मंडी टैक्स कम करने की मांग की थी। जिसके बाद सरकार ने मंडी टैक्स में छूट देकर इसे कम किया था। लेकिन अब मंडी टैक्स में छूट को जारी रखने की मांग के लिए एक बार फिर सभी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव से मुलाकात की।
