मालवी बोली और कबीर को गाकर अलख जगाने वाले बामनिया जैसे विरलीय कलाकार – सत्यनारायण सत्तन

श्री गीता रामेश्वरम् ट्रस्ट
इन्दौर। मालवी बोली और कबीर को गाकर अलख जगाने वाले बामनिया जैसे विरलीय कलाकार हैं जो संगीत साधना से जाने-माने जाते हैं। ऐसे कलाकार को अगर भारत सरकार पद्मश्री से नवाजती है तो ये पूरे मालवा ही नहीं भारत भी गौरान्वित होते है। उक्त विचार श्री गीता रामेश्वरम् ट्रस्ट द्वारा आयोजित पद्मश्री कालूराम बामनिया के सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि बतौर संबोधित कर रहे राष्ट्र कवि सत्यनारायण सत्तन ने कहे। अध्यक्षता अ.भा. कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय सचिव एवं पूर्व विधायक सत्यनारायण पटेल ने कहते हुए कहा कि मध्यप्रदेश शासन के पूर्व मंत्री बाबूजी रामेश्वर पटेलजी ने जब-जबभी आयोजन किए हैं, उनमें मालवी बोली और कबीर गायकी को सबसे आगे रखा और कबीर के भजनों की प्रस्तुति से ही कार्यक्रमों की शुरुआत की। आज ट्रस्ट ऐसे कबीर गायक को सम्मानित करते हुए अपने आपको गौरान्वित महसूस करती है।
विशेष अतिथि सहकारिता नेता एवं जिला संघ के पूर्व अध्यक्ष राधेश्याम पटेल ने श्री बामनिया का अभिनंदन करते हुए कहा कि ऐसे विरलीय कलाकार हैं जिनकी क्षत्रछाया में मालवी बोली और कबीर गायिकी का चलन आज भी सूनने को मिला है। इस अवसर पर अतिथि बाबूजी के बाल सखा जगदीश शर्मा, सुरेश चौधरी एवं डॉ. सुरेश पटेल, छोटेलाल भारती विशेष रूप से उपस्थित थे।
इस अवसर पर श्री बामनिया ने ठेठ मालवी बोली की मिठास और जीवन का मर्म समझता हुआ विद्यासागर स्कूल परिसर में कबीर के पद सुनने आए हुए तमाम कबीर भक्तों ने मालवी बोली को जानने वालों ने कालूराम बामनिया के गीतों और संगीत का आयोजन लिया और उनकी गायिकी से आए हुए सभी अनुयायी संतृप्त हुए। कालूराम बामनिया ने प्रारंभ में गुरूवंदना से मिलवा चालो री…. भजन से की। गुरू शिष्य परम्परा के इस उदाहरण को प्रस्तुत करने के बाद उन्होंने मन लागो मेरो यार फकीरी में…. भजन सुनाकर सभी पर भक्ति का ऐसा रंग चढ़ाया और श्रोताओं के जहन पर छाया रहा।
इस अवसर पर अन्य सह कलाकार भजन गायक ज्योति, गोरी, लखन मंडलोई, पुनमचंद मंडलोई, तृप्ति श्रृंगार गायक, कैलाश मालवी गायक आदि ने अपनी प्रस्तुति दी।
उक्त जानकारी ट्रस्ट के अध्यक्ष विनोद सत्यनारायण पटेल ने देते हुए बताया कि इस अवसर पर अतिथियों का स्वागत उमाशंकर रायकवार, पी.डी. जाटवा, एडव्होकेट संतोष यादव, गणेश वर्मा, नरेन्द्र सूर्यवंशी, मिथिलेष जोशी, दिनेश वर्मा, पं. ओझा आदि ने किया।
ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री पटेल ने बताया कि पद्मश्री कालूराम बामनिया को ट्रस्ट की ओर से अतिथियों ने शाल-श्रीफल, अभिनंदन पत्र के साथ माँ सरस्वती की प्रतिमा भेंट कर उन्हें सम्मानित कर उनके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की।
कार्यक्रम का सम्पूर्ण संचालन समाजसेवी मदन परमालिया ने किया। प्रारंभ में अतिथियों ने माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वल किया एवं म.प्र. शासन के पूर्व मंत्री स्व. श्री रामेश्वर पटेल व स्व. श्रीमती गीता देवी पटेल के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।