श्री विद्याधाम परिसर में दूल्हे बने शिवजी कोपालकी में विराजित कर निकाली गई बरात
शिवरात्रि पर शिव-गिरिजा कल्याणोत्सव में लग्न मंडप में लेंगे सात फेरे- सुबह रूद्राभिषेक, चारों प्रहर पूजा भी

इंदौर। विमानतल मार्ग स्थित श्री श्रीविद्याधाम पर महाशिवरात्रि के पावन प्रसंग पर चल रहे श्री शिव-गिरिजा कल्याणोत्सव के दूसरे दिन गुरुवार को आश्रम परिसर में बैंडबाजों, ढोल-नगाड़ों सहित भव्य बरात निकाली गई। दूल्हा बने शिवजी को सुसज्जित पालकी में विराजित कर आश्रम के सैकड़ों भूदेवों ने कांधे पर लेकर मंदिर परिसर कि परिक्रमा की। इस दौरान भक्तों में भगवान की पालकी को उठाने की होड़ मची रही। बरात में शिवजी के परंपरागत गण भूत, प्रेत, पिशाच, चुड़ैल और ओघड़दानी भी शामिल हुए। इसके पूर्व मंदिर में शिव और गिरिजा को 56 भोग भी समर्पित किए गए। शुक्रवार को आश्रम पर मुख्य उत्सव भी धूमधाम से मनाया जाएगा। शिवरात्रि पर चारों प्रहर पूजा भी होगी। भूदेवों के शंखनाद और वैदिक मंत्रों की मंगल ध्वनि के बीच इस उत्सव में गुरुवार को सैकड़ों भक्तों ने भगवान को उबटन एवं लेपन भी लगाए। शुक्रवार को भगवान शिव और मां पार्वती के विवाह की सभी रस्में निर्वाह की जाएंगी।
आश्रम परिवार के यदुनंदन माहेश्वरी, पं. दिनेश शर्मा एवं राजेन्द्र महाजन ने बताया कि गुरुवार को सैकड़ों भक्तों ने पहले भगवान शिव का श्रृंगार किया, फिर उन्हें सुसज्जित पालकी में बिठाकर आश्रम परिसर की परिक्रमा पूरी की। इस दौरान भक्तों में भोले की पालकी उठाने के लिए स्पर्धा मची रही। आश्रम के भूदेवों ने मंगलाचरण एवं वैदिक मंत्रोच्चार का सिलसिला बनाए रखा। इस दौरान मंदिर पर शिव-पार्वती को छप्पन भोग भी समर्पित किए गए।