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मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने साधना नाइट्रो केम लिमिटेड के पीएपी बल्क ड्रग प्लांट का उद्घाटन किया

हम भारत के फार्मास्युटिकल और हेल्थकेयर सेक्टर्स के लिए एक उज्जवल भविष्य को आकार दे रहे हैं।'

मुंबई: साधना नाइट्रो केम लिमिटेड इंटरमीडिएट स्पेशलिटी केमिकल्स में विशेषज्ञता वाला एक प्रमुख मैन्युफैक्चरर है। यूनियन केंद्रीय केमिकल्स एवं फर्टिलाइजर तथा हेल्थ एवं फैमिली मिनिस्टर डॉ. मनसुख मंडाविया ने 26 अन्य ग्रीनफील्ड बल्क ड्रग पार्क प्रोजेक्ट्स और मेडिकल डिवाइसेस के लिए 13 ग्रीनफील्ड मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स के अलावा साधना नाइट्रो केम लिमिटेड के पैरा अमीनो फिनोल (pAP) बल्क ड्रग प्लांट का वर्चुअल उद्घाटन किया। सभा को संबोधित करते हुए डॉ मंडाविया ने कहा कि, “मेडिसिन किसी भी समाज के लिए एक अनिवार्य आवश्यकता हैं। कोविड-19 महामारी के दौरान, सप्लाई चेन के प्रभावित होने के खतरे, थोक दवाओं और मेडिकल डिवाइसेस जैसे महत्वपूर्ण संसाधनों के इम्पोर्ट पर ज़्यादा निर्भर होने के जोखिम और भारत के फार्मा और मेडटेक सेक्टर पर इसके पोटेंशियल इफेक्ट्स के कारण यूनियन गवर्नमेंट के साथ काफी मंथन हुआ। प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) स्कीम इन व्यापक चर्चाओं का परिणाम है।”

पीएलआई (PLI) स्कीम के तहत इन ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट्स के उद्घाटन पर अपनी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए यूनियन मिनिस्टर ने कहा कि, “यह उल्लेखनीय है कि आज भारत ने न केवल दवाओं, एपीआई (API) और चिकित्सा उपकरणों पर अपनी निर्भरता कम की है, बल्कि देश इन उत्पादों के लिए एक प्रमुख निर्यातक के रूप में भी उभर रहा है, पीएलआई योजना की सफलता के लिए धन्यवाद।”

भारत मात्रा के हिसाब से ड्रग्स और फार्मास्यूटिकल्स में तीसरा सबसे बड़ा खिलाड़ी है, 2022-23 में अनुमानित उद्योग का आकार 50 बिलियन अमेरिकी डॉलर है और प्रोडक्शन का 50% निर्यात के लिए जिम्मेदार है। 2030 तक इसका आकार लगभग 130 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। इंडियन फार्मास्युटिकल इंडस्ट्री, जिसे अक्सर ‘ द फार्मेसी ऑफ द वर्ल्ड’ कहा जाता है, ग्लोबल पब्लिक हेल्थ और यूनिवर्सल हेल्थकेयर एक्सेस को बढ़ावा देने में बहुत योगदान देता है। कुल ग्लोबल जेनेरिक सप्लाई में 20% हिस्सेदारी के साथ, भारत मात्रा के हिसाब से जेनेरिक दवाओं का दुनिया का सबसे बड़ा प्रोवाइडर है। इसमें अमेरिका के बाहर यूएसएफडीए (USFDA) द्वारा एप्रूव्ड प्लांट्स की संख्या सबसे अधिक है और देश में 2000 से अधिक डब्ल्यूएचओ जीएमपी सर्टिफाइड प्लांट्स हैं।

विकास के बारे में बात करते हुए, साधना नाइट्रो केम लिमिटेड के एमडी, श्री अभिषेक जावेरी ने कहा कि, “यूनियन केमिकल्स और फर्टिलाइजर तथा हेल्थ और फैमिली वेल्फेयर मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया द्वारा वर्चुअल इनॉग्रेशन, इंडिजेनस (स्वदेशी) मैन्युफैक्चरिंग महत्वपूर्ण फार्मास्युटिकल कंपोनेंट्स में कैपेबिलिटीज़ को बढ़ावा देने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। ग्लोबल सप्लाई चेन, विशेष रूप से फार्मास्युटिकल इंडस्ट्री में, COVID-19 महामारी के कारण कमजोरियों का सामना करना पड़ा है। प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) स्कीम के तहत हमारे पीएपी (pAP) प्लांट के उद्घाटन के साथ, हम न केवल आयात पर भारत की निर्भरता को कम करने में नी योगदान दे रहे हैं, बल्कि देश को फार्मास्युटिकल उत्पादों और फॉर्मूलेशन के प्रमुख निर्यातक के रूप में भी स्थापित कर रहे हैं।

नाइट्रोबेंजीन से पीएपी बनाने वाले दुनिया के दूसरे प्लांट के रूप में, हमें एनवायरनमेंटली-फ्रेंडली मैन्युफैक्चरिंग प्रॉसेस में अग्रणी होने पर गर्व है। हमारे पीएलआई (PLI) स्कीम अवॉर्ड और करंट प्रोडक्शन रैंप-अप के साथ, हम पीएपी के डोमेस्टिक उत्पादन में योगदान करने के लिए तैयार हैं, जो पेरासिटामोल जैसी आवश्यक दवाओं के निर्माण में एक महत्वपूर्ण इनग्रेडिएंट है। हमारे प्रयासों के परिणामस्वरूप, हमें विश्वास है कि न केवल भारत का फार्मास्युटिकल इकोसिस्टम मज़बूत होगा, बल्कि दुनिया-भर में लाखों लोगों को क्वॉलिटी हेल्थकेयर तक पहुंचने में अच्छी मदद मिलेगी।

जैसा कि हम अपनी मैन्युफैक्चरिंग कैपेबिलिटीज़ का विस्तार करना और इंडियन फार्मास्युटिकल इंडस्ट्री के विकास में योगदान देना जारी रखते हैं, हम गवर्नमेंट, रेगुलेटरी अथॉरिटीज़ और हमारे स्टेकहोल्डर्स के प्रति उनके अटूट समर्थन के लिए आभार व्यक्त करते हैं। साथ मिलकर, हम भारत के फार्मास्युटिकल और हेल्थकेयर सेक्टर्स के लिए एक उज्जवल भविष्य को आकार दे रहे हैं।”

1973 में स्थापित, साधना नाइट्रो केम लिमिटेड, इंटरमीडिएट स्पेशलिटी केमिकल्स में विशेषज्ञता वाला एक प्रमुख निर्माता है। साधना नाइट्रो केम लिमिटेड रोहा में स्थित अपनी अत्याधुनिक मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी से संचालित होती है जो 17 एकड़ एमआईडीसी (MIDC) भूमि सहित 22 एकड़ में फैली हुई है। साधना नाइट्रो केम लिमिटेड की सुविधा नाइट्रोबेंजीन से पीएपी बनाने वाला दुनिया का दूसरा प्लांट है, जिसे स्थापित करने के लिए कंपनी को महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (MPCB) से मंज़ूरी मिली है। कंपनी को 2021 में 36000 टीपीए पीएपी के निर्माण के लिए पीएलआई (PLI) स्कीम से सम्मानित किया गया है, 3000 टीपीए की वर्तमान उत्पादन रन रेट को तेजी से बढ़ाया जा रहा है। पीएपी (pAP)का उपयोग अन्य चिकित्सकीय दवाओं के अलावा पेरासिटामोल के निर्माण में किया जाता है। कंपनी सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त एक 2-स्टार गोल्डन एक्सपोर्ट हाउस है, कंपनी की 80% बिक्री जापान, चीन, स्विट्जरलैंड, संयुक्त राज्य अमेरिका, जर्मनी, यूरोप के अन्य हिस्सों, दक्षिण कोरिया और दूसरे अन्य जैसे अत्यधिक विकसित बाज़ारों में निर्यात के लिए समर्पित है। साधना नाइट्रो केम लिमिटेड को अपने व्यापक ग्राहक पोर्टफोलियो पर गर्व है, जिसमें मुख्य रूप से लोरियल (L’Oreal), बायर क्रॉप साइंस (Bayer Crop Science), हंट्समैन एडवांस्ड मैटेरियल्स (Huntsman Advanced Materials), टीजिन (Teijin), मित्सुई केमिकल्स (Mitsui Chemicals), आईपीसीए (IPCA), रिको पेपर (Ricoh Paper), कोहलर पेपर (Koehler Paper)और मित्सुबिशी पेपर (Mitsubishi Paper) जैसे बहुराष्ट्रीय समूह शामिल हैं। कंपनी की वर्सेटाइल प्रोडक्ट लाइन में एग्रो केमिकल्स, अरामाइड फाइबर, फार्मास्यूटिकल्स, डेवलपर्स, हेयर कलर्स, डाईज़, स्पेशलाइज्ड रेजिन, परफॉर्मेंस केमिकल्स, ऑप्टिकल ब्राइटनिंग एजेंट्स, रबर केमिकल्स, एयरोस्पेस, इलेक्ट्रॉनिक केमिकल्स, मिलिट्री एप्लिकेशन, थर्मल पेपर इंटरमीडिएट, और भी बहुत कुछ सहित विभिन्न उद्योगों में अनुप्रयोग पाए जाते हैं। कंपनी आईएसओ 9001:2008, आईएसओ 14001:2004, ओएचएसएएस 18001:2007 और एसए (8000) के लिए आईएसओ प्रमाणन रखते हुए गुणवत्ता और सामाजिक जिम्मेदारी के लिए प्रतिबद्ध है। साधना नाइट्रो केम लिमिटेड बीएसई: 506642 और एनएसई: SADHNANIQ दोनों पर सूचीबद्ध है, और वर्तमान में सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध कंपनी के रूप में अपना 50वां वर्ष मना रही है।

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