पानसेमल; धैर्य विवेक से घटनाएं रुकेगी,योग से सब कुछ सार्थक होगा

पानसेमल, बड़वानी जिस तरह मोटर गाड़ी के सावधानी पूर्वक संचालन के लिए उसमें ब्रेक का होना जरूरी है।उसी तरह जीवन रुपी गाड़ी को सुचारू रूप से गतिमान रखने के लिए क्रोध रहित मन व बुध्दि अपरिहार्य है। उक्त विचार योग गुरु कृष्णकांत सोनी ने ग्राम पंचायत ओसवाडा कि शिव टेकडी पर पूजा करने वाले भक्त जनों से निशुल्क योग सिखाते हुए कहे। योग गुरु ने आगे बताया कि गाड़ी चलाते समय स्वयं में घमंड मैं किसी से डरता नहीं हूं एवं सामने वाले की मनोस्थिति का पता नहीं करने के कारण दुर्घटनाये होती है। वाहन चलाते समय सामने वाले एवं पीछे से आने वाले को रास्ता दे दे । आगे ,पीछे,दाये, बाये नजर रखे एवं नशारहित एवं तनाव मुक्त रहकर वाहन चलाये तो दुर्घटना की सम्भावना नहीं के बराबर होगी। वाहन लापरवाही पूर्वक चलाने से गर्दन, घुटने, कमर,एड़ी का दर्द एवं नाभि खिसकना आदि समस्याओं का सामना करना होता है। अतः धनुरासन,कटिआसन, कटिपिडंमरदासन, मेडिकल योगा, विठ्ठल आसन आदि का अभ्यास करना होगा।
फोटो विद्यार्थी ऋषभ प्रजापति एवं गणेश मोरे आसनों का अभ्यास करते हुए।