भक्तामर पाठ करने वाले बंधुओं के परिवार में सभी शुभ मनोरथ साकार हो जाते हैं
भक्तामर पाठ की जितनी महिमा बताई जाए, उतनी कम होगी
इंदौर से विनोद गोयल की रिपोर्ट:-
इंदौर । भक्तामर पाठ करने वाले बंधुओं के परिवार में सुख, शांति और समृद्धि का आगमन तो होता ही है, सभी शुभ मनोरथ भी साकार हो जाते हैं। भक्तामर पाठ मन को सुकून और शांति प्रदान कर मानव मात्र को जीवन के संशयों से बाहर निकालता है। भक्तामर पाठ की जितनी महिमा बताई जाए, उतनी कम होगी। इतना तय है कि इस पाठ को करने वाला प्रत्येक व्यक्ति जीवन के प्रत्येक संग्राम में विजयी ही होता है।
अंजनि नगर एयरपोर्ट रोड स्थित श्री पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन पंचायती मंदिर के चंद्रप्रभु मांगलिक भवन पर आज से प्रारंभ हुए भक्तामर पाठ के अखंड आयोजन के दौरान श्रुत संवेगी मुनिराज आदित्यसागर म.सा. ने उक्त बातें कहीं। मंदिर पर आज सुबह 8 बजे से मुनिश्री के सानिध्य एवं पं. नितिन झांजरी तथा योगेन्द्र काला के मार्गदर्शन में तीन दिवसीय अखंड पाठ की मांगलिक क्रियाएं संपन्न हुईं। इस दौरान मंडलजी में मुख्य कलश स्थापना श्रीमती रीता ऋषभ पाटनी एवं तीन दिवसीय अखंड दीपक श्रीमती मधुरिमा दिलीप लोहाड़िया ने स्थापित किए।