सेंधवा में भाजपा के पूर्व मंत्री को हराकर कांग्रेस के मोंटू सोलंकी बने एमएलए

बडवानी से रमन बोरखडे।
सेंधवा विधानसभा सीट में भाजपा ने एक बार फिर पूर्व मंत्री अंतर सिंह आर्य पर दांव खेला था, वहीं कांग्रेस ने मोंटू सोलंकी को प्रत्याशी बनाया था. कांग्रेस ने यहां मौजूदा विधायक रहे ग्यारसीलाल रावत का टिकट काट दिया था. अनुसूचित जनजाति के आरक्षित सेंधवा विधानसभा सीट पर इस बार भी बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला. जहां कांग्रेस के मोंटू सोलंकी ने 1677 मतों के अंतर से जीत हासिल की.
एक नजर आंकडों पर
सेंधवा के साथ एक संयोग यह भी है कि यहां जिस पार्टी का विधायक होता है अमूमन उसी की सरकार बनती है. 2018 में कांग्रेस के ग्यारसीलाल रावत ने भाजपा के अंतर सिंह आर्य को हराया था और एमपी में कांग्रेस की सरकार बनी थी. इसके पहले अंतर सिंह 2003 से लगातार 3 बार विधायक थे. इससे पहले कांग्रेस के ग्यारसीलाल रावत ने 1993 और 1998 के चुनाव में बीजेपी के अंतर सिंह आर्य को हराया था. इसके पहले 1990 में बीजेपी के अंतर सिंह रावजी ने ग्यारसीलाल रावत को कड़े मुकाबले में महज 4 हजार करीब वोटों से हराया था. इस दौरान जो भी पार्टी का विधायक जीता सूबे में सरकार उसी की बनती रही. ऐसे में इस बार भी सेंधवा सीट पर सबकी नजरे हैं.