खरगोन; सहकारी समितियों का एसडीएम ने किया निरीक्षण, पिपलझोपा और बिस्टान सोसायटी में ऑनलाईन इंट्री और भौतिक सत्यापन में अंतर, हो सकती है एफआईआर

खरगोन से इसहाक पठान की रिपोर्ट।
खरगोन / जिले में खाद का पर्याप्त स्टॉक होने के बावजूद भगवानपुरा के किसानों द्वारा खरगोन आकर उर्वरक प्राप्त करने पहुँच रहे हैं। इस पर कलेक्टर श्री कुमान पुरूषोत्तम ने संज्ञान लेकर टीएल बैठक में खाद वितरण व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए एसडीएम और कृषि विभाग को निर्देशित किया था। मंगलवार को पिपलझोपा के एक खातेदार ने सोसाइटी से यूरिया खाद नहीं देने की शिकायत की। इसी दिन देर शाम को ही एसडीएम श्री ओमनारायण सिंह, सहकारिता प्रबंधक और कृषि विभाग के अमले ने औचक निरीक्षण किया। दल द्वारा पिपलझोपा के अलावा बिस्टान सहकारी समिति का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान दल ने खाद की ऑनलाईन इंट्री, भौतिक सत्यापन और स्टॉक रजिस्टर जांचा गया। पिपलझोपा सोसाइटी में एनपीके की ऑनलाइन इंट्री 34 बेग दर्शाई गई। जबकि भौतिक रूप से 58 बैग्स पाये गए। इसी तरह सिंगल सुपर फास्फेट के ऑनलाइन 218 बैग्स और भौतिक सत्यापन में 248 बैग्स मिले। सोसाइटी में एनपीके के 24 और सिंगल सुपर फास्फेट 30 बैग्स एक्सट्रा पाये गए।
बिस्टान सोसायटी में भी स्टॉक में अंतर
इससे पूर्व एसडीएम श्री सिंह ने बिस्टान सहकारी समिति का भी निरीक्षण किया। एसडीएम श्री सिंह ने बताया कि यहां पंचनामा भी बनाया गया है। सोसायटी में उर्वरकों की स्थिति इस प्रकार रही। यूरिया 351 बैग की ऑनलाईन संख्या, स्टॉक रजिस्टर में 284 और भौतिक सत्यापन में 252 बैग मिले। कुल 99 बैग कम पाए गए। इसी तरह एमएपी की 0 ऑनलाईन इंट्री, स्टॉक रजिस्टर में 640 बैग और भौतिक सत्यापन में 640 बेग पाएं गए। वहीं एनपीके के 336 बैग की ऑनलाईन इंट्री, स्टॉक रजिस्टर में 214 बैग और भौतिक सत्यापन में 198 बैग पाए गए। कुल 138 बैग कम पाए गए। इसके अलावा सिंग सुपर फास्फेट के 491 बैग की ऑनलाईन इंट्री, स्टॉक रजिस्टर में 476 बैग और भौतिक सत्यापन में 443 बैग पाए गए। कुल 48 बैग कम पाए गए हैं। एसडीएम श्री सिंह ने बताया कि शिकायत प्राप्त होने के बाद कलेक्टर श्री कुमार पुरुषोत्तम के निर्देशों पर देर शाम को ही औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान कुछ गड़बड़ियां सामने आई है। इस मामले में आज ही एफआईआर दर्ज होने की पूरी सम्भावना है।