संतों ने कहा- देश के लिए शहीद होने वालों को नमन और वंदन करना हमारा सबसे पहला धर्म होना चाहिए
वेलेन्टाईन डे पर पुलवामा में शहीद हुएभारतीय जवानों की याद में अहिल्या उद्यान पर यज्ञ, हवन एवं पुष्पांजलि

संतों ने कहा- देश के लिए शहीद होने वालों को नमन और वंदन करना हमारा सबसे पहला धर्म होना चाहिए
वेलेन्टाईन डे पर पुलवामा में शहीद हुएभारतीय जवानों की याद में अहिल्या उद्यान पर यज्ञ, हवन एवं पुष्पांजलि
इंदौर। शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाना चाहिए। पूरे देश की सुरक्षा का जिम्मा उठाने वाले हमारे जाबांज सैनिकों के साथ 14 फरवरी 2019 को हुई कायराना हमले की घटना हम सबके लिए सबक लेने और हम सबको झकझोर देने वाला हादसा है, जिसे हम कभी भुला नहीं सकते। शहीदों को नमन करना और उनकी शहादत को हमेशा जिंदा रखना हमारा पहला धर्म होना चाहिए।
ये विचार हैं अखंड धाम आश्रम के महामंडलेश्वर डॉ.स्वामी चेतन स्वरूप महाराज, सदगुरू अण्णा महाराज, हंसदास मठ के महंत पं. पवनदास एवं भागवताचार्य पं. पुष्पानंद पवन तिवारी, वृंदावन से आए भागवताचार्य पं. कृष्णकांत शास्त्री, अखंड धाम के संत स्वामी राजानंद महाराज एवं पं. योगेन्द्र महंत के, जो उन्होंने शुक्रवार को सुबह राजबाड़ा स्थित देवी अहिल्या उद्यान पर श्रद्धा सुमन सेवा समिति द्वारा आयोजित पुष्पांजलि कार्यक्रम में व्यक्त किए। इस अवसर पर सभी संतों के सानिध्य में गायत्री शक्तिपीठ रवीन्द्र नगर के पं. मीत कश्यप एवं दीपक जोशी के आचार्यत्व में पुलवामा में शहीद हुए 44 सैनिकों की शव पेटी के चित्रों पर समिति की ओर से अध्यक्ष हरि अग्रवाल, उपाध्यक्ष राजेन्द्र सोनी, राजेन्द्र गर्ग, डॉ. चेतन सेठिया, रामेश्वर गुप्ता, सीए सीताराम सोनी, पार्षद कंचन गिदवानी, मनोज परमार, अशोक गोयल, ओमप्रकाश नरेड़ा, राजेश कुंजीलाल गोयल, विष्णु गोयल, मुरलीधर धामानी, विनय जैन, निरंजन पुरोहित, अभिभाषक कमल गुप्ता, जगमोहन वर्मा, कैलाशचंद्र खंडेलवाल, हनुमानप्रसाद सारड़ीवाल, शंकरलाल वर्मा, गोकुल माहेश्वरी, हरीश नागोरी, पुरुषोत्तम मेढ़तवाल, आशीष जैन, साबरमल जोशी, ललित जैन एवं महेन्द्र यादव सहित बड़ी संख्या में उपस्थित विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने पुष्पांजलि समर्पित की।
पंडितों ने शास्त्रोक्त विधि से यज्ञ-हवन कर दिवंगत सैनिकों की आत्म शांति के लिए प्रार्थना की। भरत बागोरा एवं नवीन पुरोहित ने देशभक्ति से प्रेरित गीतों की प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम के समापन अवसर पर संतों एवं समिति के पदाधिकारियों ने नागरिकों का आव्हान किया कि वे पुलवामा जैसे कायराना हमलों के प्रति सतर्क रहें और देश के लिए बलिदान होने वाले जवानों के प्रति कृतज्ञता का भाव रखें। संचालन हरि अग्रवाल ने किया और आभार माना राजेन्द्र मोहनलाल सोनी ने।
सदगुरू अण्णा महाराज एवं अन्य संतों ने कहा कि वेलेन्टाईन डे पर हमारे जांबाज जवानों की शहादत को श्रद्धा सुमन सेवा समिति पिछले पांच वर्षों से लगातार मनाते आ रही है, यह हमारे युवाओं के लिए अनुकरणीय संकल्प है। देश के लिए शहीद होने वालों को नमन और वंदन करना हमारा पहला धर्म है। हमारी नई पीढ़ी को भी पता चलना चाहिए कि देश के लिए हमारे सैनिकों ने कितनी बड़ी शहादत देकर हम सबकी सुरक्षा का जिम्मा ले रखा है। समिति के सदस्यों ने कतारबद्ध होकर शहीद सैनिकों के प्रति पुष्पांजलि समर्पित की।