कलाकारों ने नाटक मंचन कर रानी दुर्गावती के साहसी और संघर्षमय जीवन को दिखाया
-रानी दुर्गावती की 500वीं जयंती को प्रेरणा उत्सव के रूप में मनाया जा रहा है।
सेंधवा। रमन बोरखड़े। प्रदेश में संस्कृति विभाग की ओर से रानी दुर्गावती की 500वीं जयंती को प्रेरणा उत्सव के रूप में मनाया जा रहा है। नगर के शासकीय उत्कृष्ट बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में रविवार शाम को कार्यक्रम का आयोजन किया गया। डेढ़ घंटे के कार्यक्रम में रानी दुर्गावती के जन्म से लेकर वीरगति को प्राप्त होने तक की महान गाथा को नृत्य नाटक कर प्रस्तुत किया गया। कलाकारों ने नाटक मंचन कर रानी दुर्गावती का साहसी और संघर्षमय जीवन दिखाया। कार्यक्रम की शुरुआत में मुख्य अतिथि नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती बसंती बाई यादव, पार्षद श्रीमती ललिता शर्मा के द्वारा दीप प्रज्वलित कर एवं सरस्वती पूजन का कार्यक्रम की शुरुआत की गई। डेढ़ घंटे के मंचन में दिखाया की रानी दुर्गावती के जन्म से लेकर अपनी मातृभूमि की रक्षा को लेकर मुगल शासकों से लड़ते-लड़ते दुर्गावती वीरगति को प्राप्त हुई। रानी दुर्गावती ने मुगल शासकों से लड़ाई करते समय जब थक गई तो उन्होंने सेनापति से अपनी गर्दन काटने के लिए कहा। सेनापति ने इस काम को करने से मना कर दिया। तब उन्होंने अपने हाथों से अपनी कटार को सीने में घोप लिया। इस दृश्य को देखकर दर्शक भाव-विभोर हो गए। सभी दर्शकों की आंखें नम हो गई। सभी के मन में रानी दुर्गावती के बलिदान का भाव जागरूक हुआ। प्रेरणा उत्सव में जनजाति गौरव के महानायकों की जीवन गाथा प्रस्तुत करने में सभी कलाकारों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। इस दौरान नगर पालिका सीएमओ श्री मधु चौधरी, विकासखंड शिक्षा अधिकारी श्री लोकेंद्र सोनी, श्री विनोद पाटीदार सेंधवा के सभी गणमान्य लोग एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन अंतिम बाला शर्मा ने किया।