तिलोकचंद जैन हायर सेकेण्डरी स्कूल का हुआ कायाकल्प, अब से नन्हें-मुन्ने भी लेंगे तालीम
नर्सरी से सातवीं तक सीबीएसई पैटर्न में मिलेगी शिक्षा, मिलन समारोह में भूतपूर्व छात्रों को दो बच्चों के दाखिला कराने की शपथ भी दिलाई
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भूतपूर्व छात्रों ने किया गुरू का सपना साकार
तिलोकचंद जैन हायर सेकेण्डरी स्कूल का हुआ कायाकल्प, अब से नन्हें-मुन्ने भी लेंगे तालीम
नर्सरी से सातवीं तक सीबीएसई पैटर्न में मिलेगी शिक्षा, मिलन समारोह में भूतपूर्व छात्रों को दो बच्चों के दाखिला कराने की शपथ भी दिला
इंदौर।गुरू और शिष्य का रिश्ता केवल शिक्षा का ही नहीं होता अपितु आत्मीयता और लगाव वाला भी होता हैं। बचपन में जिस तरह शिक्षक अपने पसंदीदा छात्रो को डांट-डपट से ज्ञान देते थे उतना हीं वह छात्रों से लगाव और अपनत्व का भाव भी रखते थे। उनके अपनत्व, प्यार और लगाव का ही नतीजा रहा जो आज तिलोकचंद जैन हायर सेकेण्डरी स्कूल के भूतपूर्व छात्रों ने स्कूल का न सिर्फ कायाकल्प कराया बल्कि अपने गुरू का सपना भी उन्होंने साकार कर दिखाया।
भूतपूर्व छात्र संघ अध्यक्ष राजेंद्र बंडी एवं कुणाल मिश्र ने बताया कि प्राचार्य रवि गंगवाल की इस स्कूल से बहुत से यादें जुड़ी हैं। उन्होंने भी इस स्कूल में अपनी शिक्षा-दीक्षा पूरी की और बाद में वह इसी स्कूल के प्राचार्य पद पर आसीन हुए। प्राचार्य पद के दौरान उन्होंने अपने अनुशासन से स्कूल की बागड़ोर संभाली और उसी का यह नतीजा रहा कि तिलकोचंद जैन स्कूल के हजारों छात्र आज देश-विदेश की कंपनियों में कार्य कर रहे हैं और अपने स्कूल, परिवार, समाज व शहर का नाम रोशन कर रहे हैं। प्राचार्य रवि गंगवाल का ही सपना था कि तिलोकचंद जैन स्कूल में नर्सरी की कक्षाएं भी लगे और यहां नन्हें-मुन्नों को भी कम फीस में अच्छी शिक्षा मिल सके। भूतपूर्व छात्र संघ ने अपने गुरू का स्वप्न पूरा करने का बीड़ा उठाया और उन्होंने देश-विदेश में कार्य कर रहे अपने दोस्तों से स्कूल के कायाकल्प करने की बात रखी। सभी दोस्तों ने स्कूल के कायाकल्प करने में तन, मन और धन से सहयोग करने की सहमति प्रदान की और आज भूतपूर्व छात्रों के सहयोग से इस स्कूल का स्वरूप भी बदल गया।
मिलन समारोह में खट्टी-मिट्ठी यादें ताजा की
रविवार को तिलोकचंद जैन स्कूल का प्रतिवर्ष मनाया जाने वाला मिलन समारोह आयोजित हुआ। जिसमें 1959 से लेकर 2024 तक के विद्यार्थी बड़ी संख्या में पहुंचे। सभी ने इस दौरान अपनी खट्टी-मि_ी यादें ताजा की और सभी शिक्षकों की डांट-डपट व उनके द्वारा विशेष तरीकों से कराई गई पढ़ाई और खेलों की सुविधाओं के साथ ही अपने स्कूली दिनों की यादों को ताजा किया। समारोह के दौरान भूतपूर्व छात्र संघ ने अपने दोस्तों की पुरानी यादे फिर से ताजा हो सके इसके लिए क्रिकेट, टेबल-टेनिस, कैरम, खो-खो, गोला फेंक, बैंडमिंटन, चेस, वालीबॉल की व्यवस्था भी की थी जिसमें सभी दोस्तों ने गेम्स का भरपूर आनंद उठाया और अपने पुराने किस्से एक-दुसरे से साझा किए। सुबह 11 बजे शुरू हुआ मिलन समारोह दोपहर 3 बजे तक चलता रहा। इस दौरान पुराने व नए फिल्मी गीतों की प्रस्तुतियां भी दी गई साथ ही दोस्ती पर आधारित गीतों पर सभी दोस्तों ने डांस भी किया। स्कूल के इस समारोह में 700 से अधिक भूतूपूर्व छात्रों के साथ ही स्कूल के 300 बच्चे भी उपस्थित रहे एवं उन्होंने भोजन प्रसादी का भी आनंद उठाया। समारोह के दौरान छात्रों ने पुराने शिक्षकों को वहां बनाए गए गुरू मंदिर में श्रद्धासुमन अर्पित कर उन्हें भी याद किया।
तिलोकचंद जैन स्कूल अब से इंटरनेशनल स्कूल बना
भूतपूर्व छात्र संघ ने बताया कि एक दौर वो था जब तिलोकचंद जैन स्कूल का नाम शहर के हर बाशिंदे के जुबान पर हुआ करता था। यहां पर दाखिला लेने के लिए भी पांचवी कक्षा में उच्च अंकों की आवश्यकता पढ़ती थी। यहां पर शिक्षा पाने के लिए बच्चों की एक लिस्ट जारी हुआ करती थी जिसमें विद्यार्थियों को ए, बी, सी, डी सेक्शन में बांटा जाता था। आज समय बदल चुका हैं उस दौर में मध्यप्रदेश बोर्ड की पढ़ाई हुआ करती थी आज सीबीएसई प्रणाली से बच्चों को शिक्षा दी जाती है। भूतपूर्व छात्र संघ ने अपने अथक प्रयास से वर्ष 2025-26 से तिलोकचंद जैन इंटरनेशनल स्कूल की शुरूआत की है। नर्सरी से सातवी तक संचालित होने वाले इस इंटरनेशनल स्कूल में नन्हें-मुन्ने न्यूनतम फीस में अच्छी शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे। वहीं पालकों व बच्चों की सुविधा के लिए वाहन सुविधा भी स्कूल में उपलब्ध रहेगी। इसी के साथ विद्यार्थियों को स्कालरशिप व नि:शुल्क दोपहर के भोजन की व्यवस्था भी रहेगी। इसी के साथ बच्चों के लिए खेलकूद, संगीत, नृत्य, चित्रकला एवं कला और शिल्प की गतिविधियों भी संचालित होगी। भूतपूर्व छात्रों को दो बच्चों के दाखिला कराने की शपथ भी इस दौरान सभी को दिलाई गई।
देशभक्ति के तराने गूंजेगे 25 को
तिलोकचंद जैन इंटरनेशनल स्कूल संचालित होने के साथ ही शनिवार 25 जनवरी को संध्या 6 बजे से स्कूल परिसर में देशभक्ति के नाम एक संगीत संध्या का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें कलाकारों द्वारा देशभक्ति से ओतप्रोत गीतों की विशेष प्रस्तुतियां दी जाएगी। इस कार्यक्रम में भूतपूर्व छात्रों के साथ ही उनके परिवार के सदस्य भी बड़ी संख्या में शामिल होंगे।