खण्डवा; ओंकारेश्वर तीर्थ में ऐसी व्यवस्था करेंगे की श्रद्धालु 12 महीने दर्शन के लिए आते रहे-मुख्यमंत्री श्री यादव
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग महादेव के दर्शन कर जलाभिषेक किया
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रदेश की समृद्धि, विकास और कल्याण की प्रार्थना की।
खण्डवा। मुश्ताक मंसूरी। जर्मन की यात्रा पूर्ण करने के पश्चात मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने जहां रविवार को महाकालेश्वर भोलेनाथ की पूजा अर्चना की वही मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोमवार को ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग महादेव के दर्शन कर जलाभिषेक किया। उन्होंने बाबा ओंकारेश्वर से प्रदेश की सुख-समृद्धि, विकास और कल्याण की प्रार्थना की। समाजसेवी सुनील जैन ने बताया कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव पैदल पुल से ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने माँ नर्मदा के विहंगम दृश्य का अवलोकन कर माँ नर्मदा को प्रणाम किया। उन्होंने फूल-प्रसादी विक्रय करने वाले दुकानदारों से भी चर्चा की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव को ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग ट्रस्ट के ट्रस्टी राव देवेंद्र सिंह चौहान, सहायक सी.ई.ओ. अशोक महाजन सहित अन्य ट्रस्टी गण ने बाबा ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग की प्रतिकृति का प्रतीक चिन्ह भेंट किया। मुख्यमंत्री मोहन यादव आज खंडवा जिले के ओंकारेश्वर पहुंचे। ओंकारेश्वर पहुंचते ही सबसे पहले वह एकात्म धाम पहुंचे और आदि गुरु शंकराचार्य की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की।
मुख्यमंत्री ने एकात्म धाम क्षेत्र में चल रहे निर्माण कार्यों और एकात्म दर्शन की प्रदर्शनी को भी देखा, समाजसेवी सुनील जैन ने बताया कि तीर्थ नगरी ओंकारेश्वर आगमन पर मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि एकात्म धाम सहित ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग क्षेत्र को विकसित किये जाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। एकात्म धाम और ओंकारेश्वर क्षेत्र में लगातार विकास कार्य किए जा रहे हैं और भी योजना बनाकर कार्य किए जाएंगे ताकि जो श्रद्धालु पहले 12 साल में एक बार तीर्थ के लिए पहुंचते थे। हम कोशिश करेंगे की 12 महीने श्रद्धालु तीर्थ यात्री यहां पहुंचे। मुख्यमंत्री ने ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर पहुंचे और भगवान भोलेनाथ के दर्शन किए। बाद में वह ब्रह्मपुरी घाट पहुंचे और अपने गुरु की पैदल नर्मदा परिक्रमा यात्रा में शामिल हुए। संतो ने मुख्यमंत्री से एकात्मक दर्शन क्षेत्र के विकास की कार्य योजना बताई और भविष्य में इसे कैसे वैश्विक पटेल पर स्थापित किया जा सकता है, उसके बारे में विचार विमर्श किया। कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधियों और अधिकारियों से समीक्षा बैठक के माध्यम से चर्चा की।