सेंधवा
सेंधवा; बैकुंठ चौदस पर दीपदान कर किया

सेंधवा। बैकुंठ चतुर्दशी पर गुरूवार को महिलाओं ने पूजा अर्चना कर नदियों में दीपदान किया। वहीं कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को महिलाओं ने मंदिरों में दीपक जलाए और दान पुण्य किया।
नदी तट पर महिलाओं ने माता गौरी की पूजा कर पत्थर से घर बनाकर अपने घर के सपने को पूरा करने की मनोकामना की। देर शाम तक बारद्वारी स्थित गोई नदी पर बड़ी संख्या में महिलाओं ने दीप जलाकर नदी में छोड़े। यह दिन विशेष रूप से भगवान विष्णु की पूजा के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन को लेकर भक्तों का विश्वास है कि इस दिन भगवान विष्णु और भगवान शिव की पूजा से विशेष कृपा प्राप्त होती है जिससे जीवन में सुख, समृद्धि आती है। मान्यता के अनुसार, इस दिन भगवान विष्णु की आराधना से समस्त मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

