मुख्यमंत्री से कराया अपूर्ण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का लोकार्पण…स्वास्थ्य विभाग का कारनामा…
न डॉक्टर्स की नियुक्ति, न मूलभूत सुविधाओं की पूर्ति…भवन के अतिरिक्त सारी मूलभूत सुविधाएं जुटाना बाकी…
सत्याग्रह लाइव,भीकनगांव:- भीकनगांव विकासखंड के ग्राम अंजनगांव सहित समीपस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए शासन द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की सौगात प्रदान की थी। 1.84 करोड़ की लागत से स्वीकृत उक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के शुरू होने पर क्षेत्र के ग्रामीणों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिल सकेगा। स्वास्थ्य विभाग द्वारा उक्त स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण शीघ्रता से पूर्ण कर ग्रामीणों को स्वास्थ्य सेवाएं देने में रुचि कम दिखाई दे रही है मगर विभाग द्वारा उक्त अधूरे स्वास्थ्य केंद्र का लोकार्पण मुख्यमंत्री से कराकर अपनी पीठ थपथपाने का कार्य जरूर किया है। भीकनगांव विकासखंड के ग्राम अंजनगांव में 1.84 करोड़ रुपए की लागत से निर्माणाधीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का लोकार्पण स्वास्थ्य विभाग द्वारा गत 12 अक्टुबर को महेश्वर प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के द्वारा ऑनलाइन करा लिया गया। जबकि वर्तमान में उक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण पूर्ण ही नहीं हुआ है। वर्तमान स्थिति में उक्त निर्माणाधीन स्वास्थ्य केंद्र का भवन निर्माण ही पूर्ण हुआ है जबकि बिजली विभाग द्वारा भवन में बिजली का प्रमाण पत्र अभी नहीं मिला है। साथ ही भवन में स्वास्थ्य केंद्र हेतु जरूरी मूलभूत सुविधाओं का फिलहाल कोई अता पता नहीं है। बकौल ठेकेदार द्वारा अभी तक उक्त भवन को स्वास्थ्य विभाग को सुपुर्द भी नहीं किया गया है। ऐसी स्थिति में स्वास्थ्य विभाग द्वारा मुख्यमंत्री के हाथों अधूरे स्वास्थ्य केंद्र का लोकार्पण कराने की जल्दबाजी क्यों की?.. यह सोचनीय प्रश्न है।
डॉक्टर्स सहित स्टाफ की नियुक्ति नहीं, निर्माण भी अधूरा…
उक्त निर्माणाधीन स्वास्थ्य केंद्र पर अभी तक मेडिकल ऑफिसर सहित किसी स्टाफ तक की नियुक्ति नहीं हो पाई है। इसके साथ ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हेतु जरूरी मूलभूत सुविधाएं जैसे पेयजल, दवाईयां, फर्नीचर, पलंग आदि भी नहीं है। भीकनगांव विकासखंड चिकित्सा अधिकारी डॉ विजय वर्मा ने बताया कि अभी तक उक्त भवन अधूरा है व ठेकेदार ने विभाग को हैंडओवर भी नहीं किया है। बीएमओ डॉ वर्मा ने बताया कि अभी वहां मेडिकल ऑफिसर सहित स्टाफ की नियुक्ति होना बाकी है।
12 अक्टुबर को मुख्यमंत्री मोहन यादव ने महेश्वर प्रवास के दौरान किया था ऑनलाइन लोकार्पण।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव द्वारा गत 12 अक्टुबर को जिले के महेश्वर प्रवास के दौरान विभिन्न विकास कार्यों का ऑनलाइन लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया गया था। इन्हीं विकास कार्यों में से उक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लागत 1.84 करोड़ रुपए का लोकार्पण भी मुख्यमंत्री द्वारा ऑनलाइन किया गया था। स्वास्थ्य विभाग द्वारा किए गए उक्त कारनामे कई प्रश्नों को जन्म देते हैं कि प्रदेश के मुख्यमंत्री को अंधेरे में रखकर उनसे अधूरे कार्य का लोकार्पण कराना कहां तक उचित है?…स्वास्थ्य विभाग को लोकार्पण कराने की इतनी जल्दबाजी क्यों थी?… क्या जिले में चल रहे निर्माण कार्यों की मॉनिटरिंग प्रशासनिक स्तर पर नहीं की जाती है?… क्योंकि अगर मॉनिटरिंग की गयी होती तो इस प्रकार के अधूरे निर्माण कार्यों की सत्यता की जानकारी प्रशासन को होती व ऐसे लोकार्पण न हो पाता। और तो और गत 12 अक्टुबर को मुख्यमंत्री द्वारा लोकार्पण किए जाने के लगभग 20 दिन गुजरने के बाद भी फिलहाल स्वास्थ्य केंद्र शुरू होता नहीं दिख रहा है। इस संबंध में जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से चर्चा की तो पहले तो उन्होंने बाद में लोकार्पण कराने की बात कही मगर जब उनसे 12 अक्टूबर को मुख्यमंत्री द्वारा लोकार्पण हो जाने के बारे में बताया गया तो उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने सिर्फ भवन का लोकार्पण किया है।
इनका कहना है –
“आपका कहना सही है बिना पूर्णता के लोकार्पण नहीं कराना था, अब आगे से ध्यान रखेंगे।”
एम. एस. सिसोदिया, सीएचएमओ खरगोन।