सेंधवा में बैठी पंडित पंचायत, सभी ने कहा इस दिन मनाए दीपावली, यह शुभ और शास्त्र सम्मत रहेगा
सेंधवा। सत्याग्रह लाइव। हिंदू धर्म के सबसे बड़े त्यौहार दीपावली की तिथि को लेकर लोगों में असमंजस है कि दीपावली का त्यौहार कब मनाए? इसको लेकर अग्रवाल समाज के पदाधिकारियों ने नगर के विद्वान पंडितों को सत्यनारायण मंदिर में बैठक कर दीपावली की तिथि को लेकर रायशुमारी की। बैठक में सभी पंडितजनों ने शास्त्र व देश के विद्वान पंडितों की राय पर चर्चा करते हुए सर्वसहमति से निर्णय लिया कि शहर में 31 अक्टूबर को दीपावली पर्व मनाया जाए। पंडितजनों ने इसके पीछे अपने तर्क भी दिए।
अग्रवाल समाज के सुनील अग्रवाल ने बताया कि नगर में दीपावली किस दिन व किस शुभ मुहूर्त में मनाई जाए, इसको लेकर अग्रवाल समाज द्वारा नगर के कुछ विद्वान पंडितो की सत्यनारायण मंदिर में बैठक आयोजित की गई। जिसमें पंडित राधामाधव शर्मा, पंडित कैलाश शर्मा, पंडित ओम प्रकाश शर्मा, पंडित अजय शर्मा, पंडित प्रशांत तिवारी, पंडित दर्शन शर्मा, पंडित राधाकिशन व्यास सम्मिलित हुए। एक घंटे तक चली बैठक में तिथि को लेकर पंडितों में भी तिथि को लेकर मतभेद थे, किंतु पंचाग, ग्रंथ व टीवी पर देश के विद्वान पंडितो की राय व गुरुजनों के विचारों को ध्यान में रखते हुए सभी पंडितों ने निर्णय लिया कि दीपावली 31 अक्टूबर को ही नगर में मनाई जावेगी।
इसलिए 31 अक्टूबर को मनाए दीपावली-
इसके लिए शुभ मुहूर्त के बारे में पंडित राधामाधव शर्मा ने बताया कि माता लक्ष्मी का प्रकटोत्सव अमावस्या पर हुआ है। इसलिए माता के प्रकटोत्सव पर महालक्ष्मी पूजन होता है। इसलिए जब भी पूजा करो सब मूहर्त श्रेष्ठ होता है। उन्होंने कहा कि 1 नवम्बर को सूर्यास्त पूर्व 4 बजकर 52 मिनट पर अमावस्या समाप्त हो रही है। कुछ पंचागकारों की गणना में बीज संस्कार में गड़बड़ी के कारण तिथियों में अंतर आया है। इस कारण इस वर्ष कुछ पंचागकारों ने दीपावली 1 नवम्बर की तिथि लिखी है। जबकि 4.52 के बाद प्रतिपदा नंदा तिथि आने से दीपावली वर्जित है। ज्योतिष शास्त्र में लिखा है न नंदा होलिका दाहो न नंदा दीपालिका दीपावली के कर्मकाल में रात्रि की प्रधानता है, जो 1 नवम्बर को प्राप्त नहीं है। इस लिए दीपावली 31 अक्टूबर को ही शास्त्रसम्मत शुद्ध है। अखिल भारतीय विद्वान परिषद ने भी अपने तर्क के साथ दीपावली 31 अक्टूबर को ही मनाने का निर्णय लिया है। इसलिए सेंधवा नगर में भी 31 अक्टूबर को दीपावली मनाना श्रेष्ठ होगा। अग्रवाल समाज के पदाधिकारी अध्यक्ष श्यामसुंदर तायल, कैलाश एरन, राहुल गर्ग, सुनील अग्रवाल ने विद्वान पंडितो की राय पर सहमति देते हुए कहा कि समाज व नगरवासी भी दीपावली 31 अक्टूबर को मनाना श्रेष्ठ होगा। हम चाहते है कि तिथि को लेकर लोग भ्रमित ना होकर एक तिथि का चयन करे। इसलिए हमने नगर के कुछ विद्वान पंडितो को आमंत्रित किया था।