बड़वाह। इंदौर-इच्छापुर हाईवे से गुजरने वाले कावड़ियो की 25 वर्षो से आनंदेश्वर भक्त मंडल कर रहे सेवा…
कपिल वर्मा बड़वाह। नगर से गुजरने वाला इंदौर ईच्छापुर हाईवे इन दिनों धर्ममय होकर केशरिया वस्त्र पहने शिव भक्ति में डूबे हजारों कावड़ियों से पटा पड़ा है हाईवे इन कावड़ियों भक्तो के बोल बम के जय घोषों से गूंज रहा हैं। श्रवण मास में कावड़ यात्रा भोलेनाथ की अराधना का प्रतीक माना गया हैं। विभिन्न मनोकामनाएं लिए शिव भक्त अपने कंधे पर कावड़ उठाए सैकड़ों किमी की यात्रा करके शिवलिंग पर कावड़ का जल अर्पित करते हैं। धार्मिक यात्रा कर रहे है इन कावड़ियो की नगर में कई स्थानों पर निस्वार्थ भाव से सेवा की जा रही हैं। उल्लेखनीय है की उज्जैन एवं ओंकारेश्वर से आने वाले भोले के भक्त हजारो की संख्या में कावड़ लेकर नगर के मार्ग से होकर गुजरते हैं। इस लंबे-लंबे मार्गो पर नंगे पैर चलने वाले कावड़ियों का उत्साह देखते ही बनता हैं। नगर की कई स्वयंसेवी संस्थाएं कई वर्षो से इन कावड़ियों की सेवा करने का प्रशंसनीय कार्य कर रहे हैं।
कावड़ यात्री झूलते है, यहाँ झुला —- स्थानीय श्रीकृष्ण गौशाला में पिछले 25 वर्षो से आनंदेश्वर भक्त मंडल बड़वाह द्वारा इन कावड़ियों का आदर सत्कार किया जा रहा हैं। मंडल के संयोजक बालकिशन जाट ने बताया की पुरे श्रावण मास में 24 घंटे प्रतिदिन चाय प्रसादी निशुल्क की जाती हैं। इसके साथ ही प्रसाद भी बांटा जाता हैं। उन्होंने कहा कावड़ यात्रियों की सेवा करने का पवित्र उद्देश्य ही भगवान भोलेनाथ की भक्ति करना है, जिससे एक परम् आनन्द की प्राप्ति होती हैं। मंडल के दिलीप काशिया ने बताया की रात्री में कावड़ियों के विश्राम की व्यवस्था भी की जाती हैं। इस दौरान उन्हें चिकित्सा सेवा भी मुहैय्या कराई जाती हैं। इस सेवा कार्य में सचिन खंडेलवाल,योगेश तिवारी,अजय तिवारी, डायमंड जैन, मोनू सेन, सुनील नामदेव सहित करीब बड़वाह नगरवासी पूरे सावन माह में कावड़ियों की सेवा कार्य मे लगे रहती हैं। इस दौरान महिला पुरुष कावड़िए परिसर में लगे झूले में झूलकर अपनी थकान मिटाते है। रात्रि में यहां प्रतिदिन भजन संध्या का आयोजन भी किया जाता हैं।
कावड़ यात्रियों का दल नगर से गुजरा —- श्रद्धालु कंधो पर कावड़ रखे हुए थे, पैदल भजनों पर थिरकते-थिरकते हुए चल रहे थे। जैसे ही इंदौर रोड़ स्थित गोशाला पहुंचे तो आनेदेश्वर भक्त मण्डल द्वारा उत्साह के साथ अभिनन्दन किया। यही नही जो भी कावड़ यात्री हाईवे से गुजरता है, वैसे ही सेवा करने वाले मंडल की टीम सेवा करने के लिए खड़ी हो जाती है कावड़ियों ने भजनों पर खूब थिरक कर झूलो का खूब आनन्द लिया।