बड़वानी; भ्रामरी प्राणायाम से होगी आवाज मधुर, ब्लड प्रेशर में मिलेगी राहत

बड़वानी; प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस शहीद भीमा नायक शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय बड़वानी की प्राचार्य डॉ. वीणा सत्य के मार्गदर्षन में कार्यरत स्वामी विवेकानंद कॅरियर मार्गदर्षन प्रकोष्ठ द्वारा योग एवं ध्यान की प्रषिक्षण कार्यषाला में भ्रामरी प्राणायाम का प्रषिक्षण दिया गया और प्रषिक्षु विद्यार्थियों से उसका अभ्यास करवाया गया। विद्यार्थियों ने ध्यान का अभ्यास भी किया।
सरल, किंतु लाभदायक प्राणायाम
आयुष मंत्रालय, भारत सरकार के माध्यम से योग वालंटियर के रूप में प्रषिक्षित कार्यकर्ता प्रीति गुलवानिया और वर्षा मुजाल्दे ने बताया कि इस प्राणायाम में रेचक करते समय यानी सांस छोड़ते समय भौरं के समान गुंजन किया जाता है, इसलिए इसे भ्रामरी प्राणायाम कहते हैं। इसे सिद्धासन, पद्मासन या सुखासन में बैठकर किया जा सकता है। यह षण्मुखी मुद्रा में किया जाता है। यह कुंभक और बंध के साथ भी किया जा सकता है। यह बहुत लाभदायक है। इससे स्वम मधुर होता है। आवाज निर्मल होती है। अनिद्रा रोग के निवारण में लाभ मिलता है। उच्च रक्तचाप, चिड़चिड़ापन, गुस्सा, तनाव आदि नियंत्रित होते हैं। आध्यात्मिक लाभ भी प्राप्त होते हैं। यह बहुत ही आसानी से सीखा और किया जा सकता है। सहयोग बादल धनगर, अनिल मंडलोई, अरविंद, डावरसिंह नागर एवं डॉ. मधुसूदन चौबे आदि के द्वारा किया जा रहा है।