बड़वाह। पहले ट्राली फिर रेल से किया गया निरीक्षण…डीजल इंजन को 110 किमी प्रति घंटे से दौड़ाया पटरी पर…पांच घंटे तक सीआरएस निरीक्षण….रेलवे ब्रिज अब भी अधूरा…

कपिल वर्मा बड़वाह। बड़वाह ब्लॉक के सनावद में सोमवार को सनावद से ओंकारेश्वर रेलवे स्टेशन के बीच बिछाई गई बड़ी लाइन का निरीक्षण कमिश्नर रेलवे सेफ्टी (सीआरएस) आरके शर्मा द्वारा ट्राली में और फिर रेल द्वारा किया गया। जबकि इसके पहले रविवार को रेल अफसरों द्वारा इस रेल खंड पर स्पेशल ट्रायल लेकर नई लाइन पर 110 किमी प्रति घंटा की गति से डीजल इंजन को सफलतापूर्वक दौड़ाया जाना बताया जाता है। सनावद – ओंकारेश्वर रोड सेक्शन 5.40 किलोमीटर लंबा है। ओंकारेश्वर रोड प्लेटफार्म निर्माण से पूर्व इस ट्रायल सीआरएस इंस्पेक्शन होने के बाद इस रूट पर मौजूद खामियों को दूर कर मेमू ट्रेन चलाई जाना प्रस्तावित हैं हालांकि, अभी इस सेक्शन का विद्युतीकरण नहीं हो पाया है, लेकिन अगस्त तक यह काम पूरा कर लिया जाना बताया गया है । उसके बाद खंडवा से सनावद के बीच चल रही मेमू ट्रेन का विस्तार ओंकारेश्वर स्टेशन तक हो सकेगा। फिलहाल इस रूट पर यही एक ट्रेन चलाई जाएगी। जिससे खंडवा और महाराष्ट्र तरफ से ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन के लिए आने वाले लोगों को काफी सहूलियत होगी।

पांच घंटे में हुआ सीआरएस निरीक्षण —- सीआरएस निरीक्षण सुबह 11.30 से बजे से 5 बजे के चलता रहा। ट्राली में बैठने के पहले आरके शर्मा ने सनावद रेल्वे स्टेशन पर पूजा की उनके साथ सात ट्रालियां में रेल्वे टीम चल रही थी। सीआरएस निरीक्षण के दौरान नागरिकों को किस प्रकार आनें जाने के लिए मार्ग मिलेगा। इस बात की भी को भी ध्यान में रखा गया। सीआरएस ने अनेक स्थानों पर पैदल निरीक्षण कर पटरी एवं उसकी तकनीकी व्यवस्था को देखा। बारिश के बीच सीएसआर ने विभिन्न स्थानों पर रुक कर पुल पुलिया और रेलवे गेट के संबंध में जानकारी ली। रेलवे कमिश्नर शर्मा ने बारिश में भी निरीक्षण कर नगर के पशु बाजार स्थित पुलिया को देखा और वहां पर अधिकारियों से दिशा निर्देश देते हुए नागरिकों के आवागमन का साधन पूछा। पॉलिटेक्निक कॉलेज के पीछे से पानी रेलवे ट्रैक पर आने के संबंध में भी स्थानीय लोगों से जानकारी ली। इस दौरान पेट्रोल पंप के समाने नहर के पास स्थित रेलवे ट्रैक पर वहां के कार्यों को देखा। उसे भविष्य लेकर किए जाने वाले सुधार के लिए भी दिशा निर्देश दिए गए। इस दौरान ट्राली से निरीक्षण कर दोनों बार तकनीकी जानकारी देने के साथ ही रेलवे ट्रैक पर सुरक्षा को लेकर किए जाने वाले कार्यों का संबंध में अधिकारियों को निर्देश दिए। ट्रेन स्पीड के लिए हुए निरीक्षण के लिए दो राउंड मे से पहले में सत्तर की स्पीड पर चार मिनट में तथा दूसरी बार 100 की स्पीड में 3 मिनट लगे। रतलाम रेल मंडल के डीआरएम रजनीश कुमार ने पत्रकारों से चर्चा में बताया कि रेलवे के द्वारा स्टेशन तैयार होने का पूर्व सीआरएस किया गया। यह एक प्रक्रिया है। सनावद से ओंकारेश्वर स्टेशन तक जोड़ा जाएगा। जिससे सीधे बाहर से आने वाले नागरिकों को ओंकारेश्वर आने में सहूलियत मिले। कुछ कमी पेशी भी है। जिसको जल्द पूरा कर ओंकारेश्वर रोड रेलवे स्टेशन को शुरू करने के साथ ही नागरिकों के आवागमन के लिए उपलब्ध होगा।

रेलवे ब्रिज अब भी अधूरा —– ओंकारेश्वर स्टेशन से बड़वाह इंदौर की ओर रेल लाइन बिछाने का काम तो अभी शुरू नहीं हुआ हैं, लेकिन यह काम जल्द शुरू होने वाला है। रेलवे एक साल से ज्यादा समय से मोरटक्का में नर्मदा नदी पर बड़ी लाइन का नया ब्रिज बना रहा है, लेकिन उसका काम चींटी की चाल से हो रहा हैं।