
श्री गीता रामेश्वरम ट्रस्ट एवं नेताजी सुभाष मंच के तत्वावधान में शहीदे आजम भगतसिंह, राजगुरू और सुखदेव को दी गई श्रद्धांजलि, पांच विभूतिया अलंकरण से सम्मानित हुई।
इंदौर। भगतसिंह, राजगुरु और सुखदेव भारत के वे सच्चे सपूत थे, जिन्होंने अपनी देशभक्ति और देशप्रेम को अपने प्राणों से भी अधिक महत्व दिया और मातृभूमि के लिए प्राण न्यौछावर कर गए। देश के लिए लड़ते हुए अपने प्राणों को हंसते-हंसते न्यौछावर करने वाले तीन वीर सपूतों का 93वां शहीद दिवस मनाया गया।
इस अवसर पर श्री गीतारामेश्वरम् ट्रस्ट एवं नेताजी सुभाष मंच द्वारा श्रद्धांजलि दी गई। आयोजन रीगल तिराह स्थित पुलिस अधीक्षक कार्यालय इंडियन कॉफी हाउस में आयोजित किया गया।
जानकारी देते हुए ट्रस्ट के अध्यक्ष विनोद सत्यनारायण पटेल और मंच अध्यक्ष मदन परमालिया ने संयुक्त रूप से बताया कि इस अवसर पर समाजसेवा के क्षेत्र में योगदान देने वालों में डॉ. अर्चना श्रीवास्तव, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के पुत्र, समाजसेवी राजेन्द्र बावेल जैन, समाजसेवी गोविंद राठौर, शिक्षा के क्षेत्र में विगत 32 वर्षों से सेवा कार्य के लिए राजेन्द्र चंदेल एवं आजाद हिंद फौज के सैनानी केशव राव कामले के पुत्र श्याम कामले को सम्मानित किया गया।
सत्यनारायण पटेल ने कहा कि आज हम शहीदों की कुर्बानी से अजादी की खूली हवा ले रहे है। इसलिए शहीदों को यादकर पूण्य स्मरण करते रहना चाहिए।
रघु परमार ने भी तीनों भारत के सच्चे वीर सपूत शहीदे आजम को अपनी और से श्रध्दांजलि अर्पित की। सभी सम्मानित विभूतियों ने भी अपने-अपने विचार प्रकट किए।
पद्मश्री जनक पलटा मगिलिगन अतिआवश्यक कार्य होने की वजह से उपस्थित नही हो सकी उन्होंन सम्मानित हुए सभी को अपनी ओर से शुभकामनाए व बधाई भेजी।
विनोद सत्यनारायण पटेल, चेतन चौधरी, राहुल पटेल, गौरव पटेल, गणेश वर्मा, नरेन्द्र सूर्यवंशी, जगमोहन, अजित कुमार जैन,उमाशंकर रायकवार, जगन विनसोर, सुश्री संगीता वाधवानी, विजय तिल्वै,अमित लोदवाल,किशोर करोसिया,बंसत तरवाडे,सतीश बाबा,अशोक जारवाल,दीपक कुमरावत,मिथिलेश जोशी,अनिल आजाद आदी सम्मिलित हुए।कार्यक्रम का संचालन मदन परमालिया ने किया। आभार गणेश वर्मा ने व्यक्त किया।