सेंधवा; दो साल बाद धनोरा के भगोरिया में ढोल-मांदल की गूंज पर थिरके ग्रामीण, धनोरा में पारंपरिक वेशभूषा में शामिल हुए ग्रामीण, ढोल-मांदल की थाप पर ग्रामीण व जनप्रतिनिधि थिरके

सेंधवा-बडवानी।
ग्रामीण अंचल में भगोरिया हाट का रंग परवान चढ़ने लगा है। बुधवार को धनोरा में भगोरिया हाट का आयोजन हुआ। धनोरा में लगे भगोरिया हाट में दोपहर 1 बजे बाद से रंग जमने लगा। बता दे दो साल के बाद धनोरा के भगोरिया हाट में ढोल-मांदल की गूंज और बांसुरी की धुन सुनाई दी है, क्योंकि पिछले दो साल से पटेल परिवार में गमी होने से भगोरिया हाट में ढोल मांदल शामिल नही पाई थीं। इस वर्ष पटेल परिवार ढोल मांदल लेकर गैर के रूप में अन्य ग्रामीणों और समाज के लोगों के साथ भगोरिया हाट में शामिल हुआ। धनोरा भगोरिया हाट में सांसद गजेंद्र सिंह पटेल, विधायक मोंटू सोलंकी, पूर्व विधायक ग्यारसीलाल रावत, विकास आर्य, अजजा मोर्चा जिलाध्यक्ष डॉ रैलास सैनानी सहित कई जनप्रतिनिधि भी हुए शामिल। ढोल मांदल की थाप पर जनप्रतिनिधि भी जमकर थिरके। भोंगर्या हाट में युवक-युवतियां बड़े बुजुर्ग पारंपरिक वेशभूषा में ढोल मांदल पर नाचते-झूमते नजर आए। खेत में लगाए गए बडे झूलों का भी ग्रामीणों ने जमकर झूलो का आनंद उठाया। भगोरिया हाट में आसपास के 15 गांवों के 20 हजार से ज्यादा लोग शामिल हुए। 5 से अधिक ढोल मांदल शामिल हुए थे। जिस पर लोग जमकर थिरके। सुरक्षा को लेकर ग्रामीण थाना, चौकी चाचरिया सहित एसएफ का बल जगह-जगह पर तैनात रहा।
200 से अधिक दुकानों से खरीदारी-
भगोरिया हाट में करीब 200 से अधिक दुकानें लगी थी। इनमे खाद्य पदार्थ खिलौने, शीतलपेय सहित संतरे, अंगूर, खजूर आदि की दुकानें शामिल रही। लोगों ने दुकानों पर जमकर खरीददारी हुई। इस बार के भगोरिया हाट में 10 से अधिक छोटे बड़े झूले लगे थे। इनमें बच्चों से लेकर बड़ों के झूले शामिल थे।