शहनाई एवं वैदिक मंत्रोच्चार की मंगल ध्वनि के बीचतीन राज्यों के 28 युगलों का हुआ सामूहिक विवाह
अग्रवाल समाज की पहल पर जरूरतमंद परिवारों के 28 युगलों को उपहारों सहित दी गई विदाई

शहनाई एवं वैदिक मंत्रोच्चार की मंगल ध्वनि के बीच
तीन राज्यों के 28 युगलों का हुआ सामूहिक विवाह
अग्रवाल समाज की पहल पर जरूरतमंद परिवारों के 28 युगलों को उपहारों सहित दी गई विदाई – नवयुगलों ने लिए आठ फेरे
इंदौर, । राजीव गांधी चौराहा स्थित शुभकारज गार्डन पर गुरुवार को दिन भर 28 युगलों के सामूहिक विवाह का जश्न चलता रहा । गुजरात, राजस्थान और मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलों से आए इन युगलों ने सांझ ढलते ही जब क्रमवार खड़े होकर एक-दूसरे को वरमाला पहनाई और इसके पहले जब दूल्हों ने तोरण मारे तो समूचा विवाह स्थल शहनाई, वैदिक मंत्रों और बैंड-बाजों की सुर लहरियों से गूंज उठा। इंदौर महानगर अग्रवाल समाज की मेजबानी में पहली बार विभिन्न समाजों के 28 युगलों के सामूहिक विवाह का यह संकल्प साकार होते देखने के लिए बड़ी संख्या में अग्रवाल एवं वैश्य समाज के बंधु उपस्थित थे। नवयुगलों ने आचार्य पं. संतोष शास्त्री के निर्देशन में सात की जगह आठ फेरे लेकर जन्म जन्मांतर के रिश्तों को अंगीकार किया । आठवां फेरा जीव दया के प्रत्येक अनुष्ठान में सहभागी बनने के लिए लिया गया।
इंदौर महानगर अग्रवाल समाज के तत्वावधान में तीन राज्यों के 28 युगलों के सामूहिक विवाह की तैयारियां पिछले कई दिनों से चल रही थी। सुबह गणेश पूजा, चाक-भात, सगाई, साकड़ी राखी एवं अन्य परंपराओं का निर्वाह करने के बाद संध्या को 28 घोड़ियों पर दूल्हे एवं 10 बग्घियों में दुल्हनों की शोभायात्रा निकाली गई। बैंडबाजों की सुर लहरियों के बीच दूल्हा-दुल्हन के रिश्तेदारों ने नाचते-गाते हुए इस विवाह का जश्न मनाया। यातायात व्यवस्था प्रभावित न हो, इसके लिए सड़क के एक ओर विवाह स्थल से राजीव गांधी चौराहा से शिव मंदिर तक कार्यकर्ताओं के निर्देशन में शोभायात्रा निकाली गई। इस अवसर पर आयोजन समिति की ओर से संयोजक राजेश कुंजीलाल गोयल, अनिल अग्रवाल, अरविंद बागड़ी, नंदकिशोर कंदोई, ओम कांता अग्रवाल, महेश मित्तल, रमेश पीठेवाले, मनीष खजांची, दामोदर मोदी, संतोष व्यंकटेश नगर, अजय तेजकरण गुप्ता, डॉ. रामगोपाल बंसल, पंकज जय गणेश, राजेन्द्र गर्ग समर्पण, संतोष गर्ग, विष्णु गोयल एवं मातृशक्तियों की ओर से शशि ऐरन, वर्षा बंसल, अनिता ऐरन, सूरजदेवी बंसल सहित बड़ी संख्या में समाज के बंधुओं ने व्यवस्थाएं संभाली और मेहमानों की अगवानी की। शोभायात्रा के विवाह स्थल पहुंचने के बाद 28 तोरण, 28 लग्नवेदी, 28 मंडप, 28 पंडित की व्यवस्था के अनुरूप दूल्हों ने सबसे पहले तोरण मारे, फिर गोधूलि बेला में विद्वान पंडितों ने अग्नि की साक्षी में वैदिक पद्धति से मंत्रोच्चारण कर सात फेरे संपन्न कराए। आठवां फेरा सामाजिक सरोकार के लिए भी लिया गया। मेहमानों के लिए चाय, नाश्ते, भोजन एवं स्वल्पाहार की व्यवस्था सुबह से ही विवाह स्थल पर की गई थी।
कार्यक्रम के सूत्रधार राजेश कुंजीलाल गोयल ने बताया कि वरिष्ठ समाजसेवी ब्रह्मलीन कुंजीलाल गोयल एवं स्व. रमेशचंद्र अग्रवाल ने बरसों पहले कन्यादान-महादान का आव्हान किया था। उनकी भावनाओं के अनुरूप सभी समाजों की बेटियों के हाथ पीले कराने के उद्देश्य से इंदौर महानगर अग्रवाल समाज के आव्हान पर समाजसेवी रामनारायण अग्रवाल, प्रेमचंद गोयल, डॉ. दिव्या सुनील गुप्ता, विनोद अग्रवाल, टीकमचंद गर्ग, विष्णु बिंदल, पवन सिंघानिया, दिनेश मित्तल, निर्मल रामरतन अग्रवाल, नीति पुनीत अग्रवाल (पार्थ, महू), रामदास गोयल मेंमदीवाले, गिरधारीलाल गर्ग सहितशहर के प्रमुख समाजसेवी बंधुओं ने इस सामाजिक क्रांति के शंखनाद में भागीदार बनकर समाज की ओर से एक अनुकरणीय शुरुआत की है। संध्या को सभी युगलों को गृहस्थी चलाने योग्य उपहारों सहित विदाई दी गई। शादी आए मेहमानों ने भी अपने स्तर पर नवयुगलों को बधाई देकर अनेक उपहार सौंपे। आशीर्वाद समारोह में शहर के अनेक राजनेता, प्रशासनिक अधिकारी और विशिष्टजन उपस्थित थे। अतिथियों का स्वागत राजेश कुंजीलाल गोयल, ओम कांता अग्रवाल, गोविंद मंगल, रमेश गुप्ता पीठेवाले एवं वैश्य संगठनों के प्रतिनिधियों ने किया। विवाह स्थल पर सलूजा आई केयर सेंटर की ओर से जरूरतमंद लोगों के लिए आंखों की निशुल्क जांच का शिविर भी लगाया गया था। बड़ी संख्या में वर-वधू के साथ आए रिश्तेदारों ने आंखों की जांच कराई।