मादक पदार्थों के नियंत्रण के लिए हुई बैठक में कलेक्टर के शख्त निर्देश
खरगोन,सत्याग्रह लाइव:- जिले में मादक पदार्थों के उपयोग, परिवहन एवं तस्करी पर रोक लगाने के लिए कलेक्टर कर्मवीर शर्मा की अध्यक्षता में 11 मार्च को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई। बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनोहर सिंह बारिया, जिला आबकारी अधिकारी अभिषेक तिवारी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एमएस सिसोदिया तथा शिक्षा एवं वन विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में तय किया गया कि जिले में मादक पदार्थों के उपयोग एवं युवाओं में नशे की बढ़ती प्रवृत्ति को रोकने के लिए स्कूल कॉलेजों में जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। नशामुक्ति के लिए जिला चिकित्सालय में नशामुक्ति केन्द्र शीघ्र प्रारंभ करने के निर्देश दिए गए। जिले में कहीं से भी मादक पदार्थ अफीम, भांग, गांजा आदि के परिवहन एवं उपयोग की जानकारी मिलने पर पुलिस को तत्काल सूचित किये जाने की आवश्यकता बताई गई। जिले के दूरस्थ क्षेत्रों में गांजे, अफीम आदि की खेती कोई भी व्यक्ति न कर सके इसके लिए वन विभाग के अधिकारियों को नियमित रूप से जांच करने के निर्देश दिए गए। स्कूल, कॉलेज एवं शिक्षण संस्थाओं के पास तम्बाकू, गुटखा-पाउच आदि की बिक्री ना हो इसके लिए कोटपा अधिनियम का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
बैठक में जिला औषधी निरीक्षक को निर्देशित किया गया कि वे मेडिकल स्टोर्स की नियमित रूप से जांच करें और प्रतिबंधित दवाओं की बिक्री पर रोक लगाए। जिले के धार्मिक स्थल महेश्वर एवं मण्डलेश्वर में विदेशी पर्यटकों द्वारा मादक पदार्थों का उपयोग न किया जा सके इसके लिए आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए। बैठक में बताया गया कि महेश्वर-मण्डलेश्वर क्षेत्र में पान-ठेलों एवं जनरल स्टोर्स में वटी के नाम से गोली का विक्रय किया जा रहा है, जिसमें गांजे की मात्रा अधिक होती है। इस पर रोक लगाने के लिए त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए। महूआ से शराब बनाने के दौरान महूआ को गलाने के लिए नौसादर का उपयोग किए जाने की ओर ध्यान आकर्षित कराते हुए कहा गया कि नौसादर के उपयोग पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश भी दिए हैं।