श्री श्रीविद्याधाम पर भगवान शिवाशिव की आराधना में हुआ रतजगा
इंदौर,। विमानतल मार्ग स्थित श्री श्रीविद्याधाम परिसर पर शिव नवरात्रि के उपलक्ष्य में महामंडलेश्वर स्वामी चिन्मयानंद सरस्वती के सानिध्य में आश्रम के 21 विद्वानों, 151 वेदपाठी बटुकों एवं सैकड़ों भक्तों ने चारों प्रहर आराधना की और पूजा के दौरान भगवान शिव का आम, अंगूर, अनार, संतरा, गन्ना, पान एवं अन्य फलों के रस से रूद्राभिषेक भी किया।
आश्रम परिवार के सुरेश शाहरा, यदुनंदन माहेश्वरी, पं. दिनेश शर्मा एवं राजेन्द्र महाजन ने बताया कि शुक्रवार संध्या को 108 दीपों से महाआरती के बाद चारों प्रहर विशेष आराधना का क्रम शुरू हुआ, जो शनिवार सुबह 6 बजे तक चला। इसके पूर्व अभिषेकात्मक रूद्राभिषेक में भी सैकड़ों श्रद्धालु शामिल हुए। शिवरात्रि के उपलक्ष्य में परिसर स्थित शिव मंदिर पर भगवान भवानी शंकर, उनके पुत्र गणेशजी एवं अन्य सभी देवालयों में मनोहारी श्रृंगार के बाद 56 भोग भी समर्पित किए गए। महामंडलेश्वरजी के सानिध्य में आश्रम पर पहली बार दक्षिण भारत की परंपरा के अनुरूप शिव-गिरिजा कल्याणोत्सव का तीन दिवसीय आयोजन भी धूमधाम से किया गया। शुक्रवार को गोधूलि बेला में मंडप सजाकर अंगूर एवं पाइनेपल से श्रृंगारित लग्नवेदी में आचार्य पं. राजेश शर्मा, आचार्य पं. राहुल कृष्ण शास्त्री, आचार्य पं. योगेश पाराशर, पं. आशीर्वाद शर्मा सहित 21 विद्वानों एवं स्वामी गिरिजानद सरस्वती वेद वेदांग विद्यापीठ के 151 बटुकों ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच सात फेरे संपन्न कराए। सैकड़ों श्रद्धालु भी इस दौरान विवाह के साक्षी बने।