बड़वाह में रात 9 बजे वेदपाठी पंडितो के वैदिक मन्त्रोच्चार के साथ माँ नर्मदा की महाआरती संपन्न हुई

बड़वाह से विशाल कुमरावत।
बड़वाह के नावघाट खेड़ी स्थित तट शनिवार को मां नर्मदा की महाआरती सम्पन्न हुई। प्रत्येक पूर्णिमा पर होने वाली इस महाआरती का आयोजन गोपाल मन्दिर भक्त मंडल करता है। माघ मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा पर हुई यह महाआरती महंत हनुमानदास जी महाराज के सानिध्य में हुई। इस महाआरती में बड़ी संख्या में श्रद्धालुगण सम्मिलित हुए। लेकिन इस महाआरती की एक विशेष बात यह रही की महाआरती में सम्मिलित होने के लिए अब इंदौर व आसपास के क्षेत्रों से भी लोग पहुंच रहे है। नर्मदा जी की महाआरती मे पहली बार इंदौर आबकारी उपनिरीक्षक कौशलिया भी सम्मिलित हुई। उन्हें पता चला था की प्रत्येक पूर्णिमा पर नावघाट खेड़ी नर्मदा तट पर महाआरती होती है। इसलिए सीधे बड़वाह पहुंच कर गोपाल मंदिर जाकर महाराज जी से मिली और उनके साथ ही महाआरती मे शामिल होने के लिए नर्मदा तट पहुंची थी। रात 9 बजे वेदपाठी पंडितो के वैदिक मन्त्रोच्चार के साथ माँ नर्मदा का पूजन-अर्चन शुरू हुआ। इसके बाद महंत महाआरती शुरू हुई।108 दीपो द्वारा की गई इस महाआरती को देखने के लिए बड़ी संख्या में गोपाल मन्दिर भक्त मंडल एवं नावघाटखेडी के लोग उपस्थित थे। महंत हनुमानदास जी एवम अन्य वेदपाठी पंडितों द्वारा नर्मदा जी की भव्य आरती की गई। इस दौरान तट नर्मदा मैया के जयकारो से गूंज उठा।महाआरती के अंत में प्रसादी का वितरण किया गया। उल्लेखनीय है की विश्व कल्याण व विश्व शांति के के पावन उद्देश्य के साथ पिछले वर्ष श्री दत्त जयंती से प्रतिमाह पूर्णिमा के अवसर पर माँ नर्मदा की भव्य महाआरती का संकल्प गोपाल मंदिर के महंत हनुमान दास जी महाराज द्वारा लिया गया था। इसी संकल्प के साथ प्रतिमाह पूर्णिमा के अवसर पर मां नर्मदा की आरती की जा रहा है। नर्मदा की महाआरती वाराणसी की गंगा आरती की तर्ज पर होने से पूर्णिमा के अवसर पर भक्तो की भारी भीड़ तट पर जुटने लगी है।