शहर साक्षी बना विश्व की दो विभिन्न संस्कृतियों के वैवाहिक मिलन का।
मिथिला की बेटी बनी ब्रिटेन की बहु।

इंदौर: अयोध्या में राम लला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के पावन अवसर पर माँ अहिल्या की नगरी इंदौर विश्व की दो विभिन्न संस्कृतियों के सांस्कृतिक एवं वैवाहिक मिलान का साक्षी बना जब इंदौर निवासी मिथिला की बेटी प्रज्ञा झा ब्रिटिश दूल्हे तारूण के साथ परिणय सूत्र में बंधी। या अनूठा विवाह मिथिला के पारम्परिक विवाह के रीती रिवाज़ों के साथ वैदिक मंत्रों के बीच सम्पन्न हुआ। ब्रिटिश दूल्हे ने इस मिथिला पढती के साथ हुए परिणय समारोह में सभी संस्कृत के श्लोकों का उच्चारण करते हुए रात भर चले इस विवाह के रस्मों को पूर्ण तन्मयता के साथ पूर्ण किया। अपनी तरह के इस अनूठे एवं विशिष्ट विवाह समारोह में शहर के मैथिल समाज के वरिष्ठ एवं गणमान्य जनों के अलावा, शहर एवं प्रदेश के वरिष्ठ पूर्व एवं वर्तमान पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी, डॉक्टर्स, पत्रकार एवं अन्य गणमान्यजन उपस्थित थे। इसके अलावा लंदन से आए वर पक्ष के परिजन, दूल्हे के भाई, बहन, बहिनोइ एवं दोस्त भी बड़ी संख्या इस विवाह समारोह में भाग लेने इंदौर आए थे। उन्होंने ना सिर्फ सारी रात जागकर इस विवाह समारोह का आनंद लिया बल्कि इस अनूठे भारतीय परंपरा हुई शादी से काफी प्रभावित नज़र आए।
इंदौर निवासी सेवानिवृत्त डीआईजी अखिलेश झा एवं ऋतु झा की पुत्री प्रज्ञा वर्तमान में लंदन में ब्रिटिश सरकार के सलाहकार के पद पर कार्यरत हैं। प्रज्ञा का होने वाला दूल्हा ब्रिटिश नागरिक ब्रिटिश नागरिक सेवा का अधिकारी है।
इस शादी पर खुशी व्यक्त करते हुए, प्रज्ञा के पिता और पूर्व आईपीएस अधिकारी अखिलेश झा ने कहा, “यह एक खुशी का अवसर है, जो विविध संस्कृतियों को अपनाने की सुंदरता को उजागर करता है। हमारी जड़ें मिथिला में हो सकती हैं, लेकिन हमारे दिलों ने एक ऐसा संबंध पाया है जो सीमाओं से परे है। “
यह मिलन न केवल एक व्यक्तिगत संबंध का प्रतीक है, बल्कि एक दूसरे से जुड़ी दुनिया में विकसित होने वाले वैश्विक रिश्तों के लिए एक वसीयतनामा के रूप में भी कार्य करता है।