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वासना को वासुदेवमय बनाना ही सच्ची भक्ति- गोस्वामी ब्रजोत्सव महाराज

इंदौर। संसार में मनुष्य का जीवन लालसा, वासना और कामना से भरा होता है। यह सब माया के कारण ही होता है। वासना को वासुदेवमय बनाना है तो उसे कृष्ण रूपी बनाना होगा। वासुदेव रूपी वासना में ठाकुर जी वास हो जाएगा तो आपका घर भी लौकिक घर नहीं होकर नंदालय हो जाएगा। जीवन की बुद्धि सीमित और ठाकुर जी की लीलाएं असीमित हैं। उक्त विचार मल्हारगंज स्थित गोवर्धन नाथ मंदिर हवेली प्रांगण में जारी भागवत कथा में गुरूवार को व्यास पीठ से गोस्वामी ब्रजोत्सव जी महाराज ने वैष्णवजनों को कथा का रसपान करवाते हुए व्यक्त किए। बुधवार को गोवर्धनाथ हवेली मंदिर प्रांगण में हजारों की संख्या में मातृशक्तियों ने उपस्थित होकर कथा का श्रवण किया।
पुरूषोत्तम मास महामहोत्सव समिति जानकीलाल नीमा एवं मनोहर महाजन ने बताया कि मंगलवार को हजारों की संख्या में भागवत कथा का श्रवण किया।