विविध

वीर बगीची में गुरू पूर्णिमा महोत्सव

इंदौर से विनोद गोयल की रिपोर्ट:-

सद्गुरू प्रभुवानन्दजी महाराज की प्रेरणा से वीर बगीची में मानव-गौ सेवा के साथ ही चिकित्सा, शिक्षा व परमार्थ के कार्य हो रहे संचालित

संस्कृत महाविद्यालय में सैकड़ों बटुकों को संस्कार, संस्कृति के साथ ही धर्म की शिक्षा व दीक्षा भी मिल रही

इन्दौर । पंचकुईया स्थित वीर बगीची में मानव सेवा एवं गौ सेवा के साथ ही परमार्थ के कार्य भी निरंतर संचालित किए जा रहे हैं। गादीपति बाल ब्रह्मचारी पवनानन्दजी महाराज ने बताया कि पश्चिमी क्षेत्र में वीर बगीची अति प्राचीन मंदिर हैं। हजारों भक्तों की भावनाएं यहां से जुड़ी हुई है। सद्गुरू प्रभुवानन्दजी महाराज की प्रेरणा से ही यहां सेवा कार्य निरंतर संचालित किए जाते हैं। सद्गुरू प्रभुवानन्द महाराज की यहां आने वाले भक्तों पर सदैव कृपा बनी रहती थी एवं यहां आने वाला भक्त कभी भी उनके पास से निराश होकर नहीं लौटा। आज उन्हीं के प्रताप से वीर बगीची में निर्धन, बुजुर्गों व बच्चों को चिकित्सा व शिक्षा की सुविधा मुहैया कराई जाती है।

फलों से श्रृंगार कर भक्तों व गरीबों में प्रसाद का वितरण-
700 साल पुरानी इस वीर बगीची में राजा-महाराज भी दर्शन-पूजन करते आते थे। उस दौर से आज वर्तमान तक यहां हजारों भक्त जुड़ चुके हैं। वर्षभर यहां अलग-अलग थीम पर अलीजा सरकार का श्रृंगार किया जाता है। श्रावण माह में संतानेश्वर महादेव के साथ ही अलीजा सरकार व बद्रीविशाल धाम का श्रृंगार देखते ही बनता है। अलीजा सरकार का श्रृंगार फूलों के साथ-साथ फलों से भी होता है। इन फलों का वितरण बाद में भक्तों व निर्धनों को किया जाता है।

विदेश जाने वाले भक्त भी मत्था टेकते हैं-
अलीजा सरकार की कृपा एवं भक्त मंडल के सहयोग से वीर बगीची आज भव्य स्वरूप में आकार ले चुका है। जिसकी ख्याति न सिर्फ इन्दौर शहर में है बल्कि विदेशों तक भी फैली है। शहर से विदेश जाने वाले स्टूडेंट्स भी यहां दर्शन-पूजन कर अलीजा सरकार से उच्च शिक्षा का आशीर्वाद जरूर प्राप्त करने आते हैं।

सद्गुरू प्रभुवानन्दजी महाराज के चित्रों की प्रदर्शनी-
पश्चिमी क्षेत्र का एक मात्र मंदिर वीर बगीची ऐसा है, जहां सद्गुरू प्रभुवानन्दजी महाराज की अलग-अलग मुद्राओं में तस्वीरों की प्रदर्शनी का स्थान भी बनाया गया है। जहां भक्त प्रतिदिन दर्शन-पूजन कर सद्गुरू प्रभुवानन्दजी महाराज का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। चित्रों की प्रदर्शनी के साथ ही चांदी की चरण पादुका भी यहां भक्तों के दर्शन-पूजन के लिए रखी गई है।

चिकित्सा व शिक्षा पर जोर-
बाल ब्रह्मचारी पवनान्दजी महाराज (छोटे सरकार) ने बताया कि वीर बगीची में जहां एक ओर ओंकारानंद संस्कृत महाविद्यालय में सैकड़ों बटुकों को संस्कार, संस्कृति व धर्म से जोड़ा जा रहा है तो वहीं दुसरी ओर निर्धन व कमजोर बच्चों की शिक्षा के लिए वीर बगीची में प्रतिवर्ष 5000 हजार से अधिक कापियों का वितरण जुलाई माह में किया जाता है। इसी के साथ यहां बुजुर्गों के लिए चिकित्सा सुविधा भी मुहैया कराई जाती है एवं समय-समय पर ब्लड डोनेशन कैंप लगाकर लोगों को रक्तदान करने के लिए भी प्रेरित किया जाता है।

3 जुलाई को गुरूपूर्णिमा महोत्सव मनेगा-
पंचकुईया स्थित वीर बगीची में सोमवार 3 जुलाई को गुरूपूर्णिमा महोत्सव मनाया जाएगा। जिसके लिए वीर बगीची में तैयारियों का दौर जारी है। वीर अलीजा सरकार भक्त मंडल ने बताया कि बाल ब्रह्मचारी पवनान्दजी महाराज के सान्निध्य में सुबह 5 बजे वीर अलीजा सरकार का अभिषेक पूजन होगा एवं 7 बजे से 2 बजे तक पाद-पूजन कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। वहीं शाम 5.30 बजे महाआरती होगी एवं प्रसाद का वितरण किया जाएगा। गुरूपूर्णिमा महोत्सव पर इन्दौर के भक्तों के साथ-साथ अन्य शहरों के अलीजा सरकार के भक्त भी बड़ी संख्या में वीर बगीची पहुंचेगे। वहीं सोमवार को सुबह 10 से 1 बजे तक नि:शुल्क नेत्र परीक्षण शिविर भी आयोजित किया जाएगा जिसमें भक्तों को मोतियाबिंद व लैंस प्रत्यारोपण की जांच भी जाएगी साथ ही उन्हें परामर्श व चश्मों का वितरण होगा।

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!