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सामाजिक परिवेष में पाश्चात्य शैली घातक, पश्चिमी अपना रहे योग और वैद, हमको करना होगा आत्मचिंतन

वैदिक मंत्रोच्चार की ध्वनियां पश्चिम क्षेत्र को गुंजायमान करती रहीं


– धर्म को जन-जन तक पहुंचाना संत समाज का दायित्व
– ग्वालियर, जबलपुर, होशंगाबाद, भोपाल, झाबुआ,

इंदौर। दलाल बाग में 600 से ज्यादा परम पूज्य महामंडलेश्वर, संत-महंतों का अद्भुत दृश्य हर किसी को अचंभित कर रहा था। शाम से रात तक वैदिक मंत्रोच्चार की ध्वनियां पश्चिम क्षेत्र में गुंजायमान हो रही थीं। 6 हजार फीट के पांडाल में जिधर देखो उधर संत-महंत नजर आ रहे थे। इस अद्भुत आविर्भाव महोत्सव में भजनों का क्रम आधी रात तक जारी रहा।
विश्व ब्राह्मण समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. योगेन्द्र महंत (पूर्व राज्यमंत्री दर्जा) ने बताया कि शहर के लिए आविर्भाव महोत्सव एक गौरवमयी क्षण रहा है। जिसे लंबे समय तक याद किया जाएगा। इतनी बड़ी संख्या में संत-महात्माओं का आगमन मिनी महाकुंभ जैसा नजारा महसूस करा रहा था। इस अवसर पर महंत श्री अनिलानंद जी भोपाल, पवनदास महाराज, रामचंद्र शर्मा वैदिक, रामप्रकाश शर्मा, विजय बोडख़ा, अशोक पांडे, अशोक भट्ट, दुर्गेश तिवारी आदि 400 से ज्यादा सेवादार पूरे आयोजन में न सिर्फ मार्गदर्शन देते रहे, बल्कि विलक्षण कार्यक्रम को गरिमा में बनाए रखने के लिए एक महीने तक सतत मेहनत और परिश्रम किया।  
संत समागम में परम पूज्य संत-महात्माओं ने समाज में धर्म जनजागरूकता की चेतना को जारी रखने के साथ ही संकल्प लिया कि आज के दौर में पाश्चात्य संस्कृति हमारी आने वाली पीढ़ी को खोखला कर रही है। साथ ही मानसिक विकालांगता और आत्मविश्वास की कमी आज की युवा पीढ़ी में आम बात हो चली है। संत-महात्माओं ने यह भी कहा कि जब विदेशी हमारी पुरातन संस्कृति, योग, आध्यात्म को बहुतायत में अपना रहे हैं और एकाग्रता की खोज में लगे हुए हैं तो हमारे युवा देखादेखी में भटकाव और टूटते सामूहिक परिवार और सामाजिक परिदृश्य में अपनेपन की कमी से बढ़ती आत्महत्या की प्रवृत्ति पूरी पीढ़ी के लिए प्रश्न छोड़ रही है। जरूरत  है कि संत समाज धर्म प्रचार के साथ सामाजिक बुराइयों को दूर करने के लिए संकल्पबद्ध हो और इसके लिए अलग-अलग क्षेत्रों में अभियान चलाना चाहिए। यह बातें आविर्भाव महोत्सव में महामंडलेश्वर और संत-महात्माओं ने कहीं। देर रात तक भजन संध्या और राम नाम जप चलता रहा।
महात्माओं ने किया पं. योगेन्द्र महंत का सम्मान, पं. महंत ने लिया अनवरत सेवा प्रकल्पों का संकल्प
संत समाज और आविर्भाव महोत्सव समिति की ओर से चार धाम मंदिर उज्जैन पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर परम पूज्य शांति स्वरूपानंद जी, महामंडलेश्वर रामगोपाल दास जी घाटी सरकार, उदासीन अखाड़े के श्री महंत कन्हैया दास जी महाराज, महामंडलेश्वर नरसिंग दासजी महाराज आदि 50 से ज्यादा परम पूज्य महामंडलेश्वर और 600 के करीब संत-महात्माओं का समागम आविर्भाव महोत्सव में रहा। संत समाज और आविर्भाव समिति के सदस्यों की ओर से पं. योगेन्द्र महंत का इस दिव्य आयोजन और सामाजिक प्रकल्पों में सहभागिता और जरूरतमंदों की सेवा के लिए विशेष सम्मान पत्र भेंट कर जी भरकर आशीर्वाद संत समाज ने दिया। इस विशाल समारोह में सम्मान के विश्व ब्राह्मण समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. योगेन्द्र महंत ने जरूरतमंदों की सेवा और रोजगार से जुडऩे के प्रकल्प को अनवरत जारी रखने का संकल्प लिया। 

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