देश में पहली बार ‘स्मार्ट फैमेली एप’ तैयार
भारतीय जैन संघटना इंदौर सहित 6 जिलों को जल संकट से मुक्त बनाएगा – 14 लाख स्कूलों में चलायेंगे संस्कार कक्षाएं
इंदौर से विनोद गोयल की रिपोर्ट : ——-
संस्थापक अध्यक्ष शांतिलाल मूथा ने रवीन्द्र नाट्य गृह के मंच से दी अनेक सौगातें
इंदौर । भारतीय जैन संघटना इंदौर सहित 6 जिलों को जल संकट से मुक्त बनाएगा – 14 लाख स्कूलों में चलायेंगे संस्कार कक्षाएं मई । भारतीय जैन संघटना (बीजेएस) की मध्यप्रदेश इकाई के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों का पदग्रहण समारोह रविवार को अनेक सौगातें लेकर आया। रवीन्द्र नाट्य गृह के मंच पर संपन्न हुए इस कार्यक्रम में बीजेएस के संस्थापक अध्यक्ष शांतिलाल मूथा एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेन्द्र लुंकड़ ने संभवतः देश में पहली बार एक ऐसे ‘स्मार्ट फैमेली एप’ का शुभारंभ किया, जिसमें परिवार के लिए उन सभी जानकारियों का समावेश किया गया है, जिनके माध्यम से परिवार की संपत्ति से लेकर अचानक बीमार हो जाने, पासपोर्ट एवं ड्राइविंग लाइसेंस की वैधता अवधि, आयकर से संबंधित जानकारियों के साथ ही प्रत्येक परिवार के लिए वित्तीय योजनाओं के बारे में छोटी से छोटी बातों पर मात्र एक क्लिक में मार्गदर्शन किया गया है। इसके साथ ही बीजेएस के संस्थापक शांतिलाल मूथा ने ऐलान किया कि अब हम मध्यप्रदेश के 6 जिलों को प्रथम चरण में जल संकट से मुक्त करने की दिशा में राज्य सरकार के साथ एमओयू करेंगे तथा दूसरे चरण में 38 अन्य जिलों में भी यह अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने बच्चों को संस्कारित करने हेतु देश के 14 लाख स्कूलों में संस्कार आधारित पर्यावरण बनाने तथा नई पौध को तैयार करने हेतु पाठ्यक्रम बनाने का संकल्प भी व्यक्त किया।
भारतीय जैन संघटना की प्रदेश इकाई के साथ 28 अन्य चैप्टरों के पदाधिकारियों ने भी इस कार्यक्रम में देश के निर्माण में सहयोग देने की शपथ ग्रहण की। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा नवकार मंत्र के मंगलाचरण के बीच दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। मंच पर किसी अतिथि के लिए न तो कोई कुर्सी थी और न ही किसी तरह के स्वागत की रस्म अदा की गई। राज्य इकाई के नए अध्यक्ष राजेश मेहता ने स्वागत भाषण जरूर दिया और कहा कि हम ‘स्मार्ट फैमेली एप’ के माध्यम से पहले जैन परिवारों को जोड़ेंगे, उसके बाद प्रत्येक भारतीय परिवार तक यह एप पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है।
बीजेएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेन्द्र लुंकड़ ने अपने प्रभावी उदबोधन में कहा कि पिछले 37 वर्षों से हम जैन युवाओं एवं परिवारों को जोड़कर राष्ट्र निर्माण की कोशिश कर रहे हैं। चरण हमें मंदिर तक ले जाते हैं, लेकिन आचरण भगवान तक पहुंचाता है। समाज में बहुत सी ऐसी बातें हो रही हैं, जो चिंता और चिंतन का विषय है। समाज में समृद्धि तो बहुत बढ़ी, लेकिन हमारे परिवार और समाज कमजोर भी हुए हैं। इसीलिए हमने 2005 से ‘स्मार्ट गर्ल प्रोजेक्ट’ चलाकर 300 प्रशिक्षकों की मदद से अब तक लाखों बेटियों को बनाया है। हमारी बेटियां समाज में पनप रही दूषित संस्कृति की आग से कैसे बचें, यही हमारा पवित्र संकल्प है। एक सेवफल के बीज को गिन सकते हैं, लेकिन एक बीज से कितने सेवफल बनेंगे, यह नहीं बताया जा सकता। हमारे परिवार आईएसओ 9001 की तरह श्रेष्ठतम होना चाहिए। सही पार्टनर मिल जाना शादी नहीं है, बल्कि सही पार्टनर बन जाना ही शादी है। बीजेएस प्रसिद्धि पाने का नहीं, फैलाने का मंच है।
आपमें से कितने लोगो ने अपनी वसीयत तैयार कर रखी है, तो मात्र चार -पांच हाथ खड़े हुए। उन्होंने कहा कि स्मार्ट फैमेली एप के माध्यम से हमने परिवार से संबंधित सभी जानकारियां इस ढंग से शामिल की हैं कि यदि आपात स्थिति में आपको नजदीक के किस अस्पताल में, किस डाक्टर के पास ले जाना है और उसके लिए क्या इंतजाम रखे हुए है – इसका भी प्रारूप रखा गया है। इसी तरह परिवार के खर्च के बारे में भी इस एप में अनेक महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई हैं। यदि बीमारी के दौरान किसी तरह की जांच रिपोर्ट प्राप्त की है तो उसका विवरण भी इस एप में दर्ज हो जाएगा। इस तरह स्मार्ट फैमेली एप एक ऐसा माध्यम बन जाएगा, जहां आप एक क्लिक पर अपनी ओर परिवार की सारी जानकारियां संग्रहित रख सकेंगे। बीजेएस के संस्थापक शांतिलाल मूथा और अध्यक्ष राजेन्द्र लुंकड़ ने करतल ध्वनि के बीच इस एप का लोकार्पण किया और राज्य इकाई के पदाधिकारियों को बधाई देते हुए विश्वास व्यक्त किया कि देश के सभी लोगों तक यह उपयोगी एप पहुंचेगा।
बीजेएस के संस्थापक अध्यक्ष शांतिलाल मूथा ने ऐलान किया कि केन्द्र सरकार ने बीजेएस को जिन 100 जिलों को जल संकट से मुक्त करने के लिए हरी झंडी दी है, उनमें से मध्यप्रदेश के 6 जिलों को प्रथम चरण में शामिल कर रहे हैं। ये 6 जिले होंगे – इंदौर, बड़वानी, खंडवा, सागर, उज्जैन और विदिशा । दूसरे चरण में 38 अन्य जिले भी इस अभियान का हिस्सा बनाए जाएंगे। इसके पहले बीजेएस ने महाराष्ट्र के बुलढाणा सहित अनेक जिलों में टाटा ट्रस्ट एवं अन्य संगठनों के सहयोग से यह अभियान चलाया है। इसके साथ ही हम बिखरते परिवारों और नई पीढ़ी को संस्कारित करने के उद्देश्य से देश के 14 लाख सरकारी स्कूलों में अपने तरीके से बच्चों को संस्कारित करने का अभियान चलाएंगे। हम चाहते हैं कि बदलते समय के अनुरूप बच्चों के अनुकूल पाठ्यक्रम और केरिकुलम तैयार किया जाए। इसके लिए हिन्दी, ऊर्दू, मराठी, गुजराती, अंग्रेजी आदि भाषाओं में अध्ययन सामग्री तैयार करवाई जा रही ह। इसके लिए हमने अगले 20 वर्षों का लक्ष्य रखा है, जिसमें हम नई पीढ़ी को अपने अनुसार तैयार कर सकेंगे।
कार्यक्रम में जल संकट को हल करने की दिशा में बीजेएस द्वारा किए गए कार्यों पर आधारित एवं देश-विदेश में भूकंप पीड़ितों के लिए चलाए गए सहायतार्थ अभियान की तस्वीरें भी मेगा स्क्रीन पर दिखाई गई। अतिथियों का परिचय अर्चना सतीश जैन ने दिया। संचालन किया श्रीमती ज्योति छाजेड़ ने और अंत में आभार माना प्रदेश इकाई के नवनिर्वाचित महासचिव दीपक जैन ‘टीनू’ ने। बड़ी संख्या में बीजेस के सदस्य एवं मध्यप्रदेश के विभिन्न शहरों से आये हुए पदाधिकारी एवं बड़ी संख्या में श्वेताम्बर-दिगम्बर जैन संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित थे। राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।