धरमपुरी में कवि सम्मेलन में हास्य और वीर रस के कवियों और कावित्रियों ने समा बांधा

धरमपुरी से शाहीद पठान की रिपोर्ट
नगर के राजबाड़ा चौक में बुधवार रात्रि में सनातनी नववर्ष गुड़ी पड़वा पर संगम मित्र मंडल के तत्वावधान में भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। जहां हास्य और वीर रस के कवियों और कावित्रियों ने समा बांधा। कवि सम्मेलन व्यवसाई जगदीश राठौड़ की अध्यक्षता, पूर्व मंत्री रंजना बघेल के मुख्य आतिथ्य, विधायक प्रतिनिधि, व नपा उपाध्यक्ष प्रतिनिधि विक्रम वर्मा के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ। कवि सम्मेलन का शुभारंभ भारत माता की आरती व सरस्वती वंदना से हुआ। मंच संचालन पप्पू राठौड़ द्वारा किया गया। कवि सम्मेलन रात 2.30 बजे तक चलता रहा। कार्यक्रम में विशिष्ठ लोगों के साथ में बड़ी संख्या में साहित्य प्रेमी श्रोता उपस्थित रहे। कवि सम्मेलन में वीर रस के राष्ट्रीय कवि नरेंद्र अटल, हास्य के जादूगर धीरज शर्मा, गीत के सुरीले कवि पंकज प्रसून वाजपेई, श्रंगार की कवित्री दीपिका व्यास, हास्य कवि डॉ ऋतुराज गुर्जर एवं सब रस के कवि राम शर्मा परिंदा एवं निमाड़ी कवि सतीश सोलंकी ने रात 2.30 बजे तक अपनी व्यंग, श्रृंगार और वीर रस की कविताओं से समा बांधा। कवियों ने अपनी रचनाओं पर श्रोताओं से खूब ठहाके लगवाए। इस अवसर पर मंडल अध्यक्ष मनीष राठौड़ ने बताया कि यह सृष्टि के आरंभ का दिन है। अपनी वैभवशाली संस्कृति का उत्साह से अभिनंदन करने हेतु हमने हिंदी कवि सम्मेलन का आयोजन किया। ऐसे आयोजनों से युवाओं में परिवर्तन भी आया है। पाश्चात्य संस्कृति को भूलकर आज युवा उत्साह के साथ इस कवि सम्मेलन में शामिल होकर अपने नववर्ष का स्वागत कर रहा हैं।
