मेडबिक्री ने प्री-सीड फंडिंग में 650,000 अमेरिकी डॉलर जुटाए
मुंबई, : मेडब्रिकी, एक यूनिक इन्वेंट्री मैनेजमेंट एप, के निर्माता ने घोषणा की है कि उन्होंने प्री-सीड फंडिंग राउंड में 650,000 अमेरिकी डॉलर जुटाए हैं। प्री-सीड राउंड का नेतृत्व 3 वन4 कैपिटल ने किया था। इसमें अन्य निवेशकों में सिद्धार्थ आहलूवालिया (संस्थापक, 100 एक्स एंटरप्रेन्योर), तेज कपूर (मैनेजिंग पार्टनर, आइवीकैप), संजीव बरनवाल और विदित अत्रे (संस्थापक, मीशो), सौरभ अग्रवाल और मनीष जेठानी (संस्थापक, हेवो टेक्नोलॉजीज), राहुल शर्मा (सह-संस्थापक, जेटवर्क), अमित दमानी (संस्थापक, स्टेविस्टा), और वीरेन प्रसाद शेट्टी (कार्यकारी उपाध्यक्ष, नारायण हेल्थ) शामिल हैं।
मेडबिक्री ऐप देश भर में फार्मेसियों के लिए मुफ्त में उपलब्ध है। यह एप केमिस्ट/फार्मासिस्ट को खरीदी के बिलों की तस्वीरें अपलोड करके, बिक्री के रिकॉर्ड ,ग्राहकों को ई-चालान और रिमाइंडर भेजकर आसानी से आपकी इन्वेंट्री को अपडेट करने का विकल्प देता है। कम्पनी इस फंड के जरिए टीम बनाएगी, प्रोडक्ट को डेवलप करेगी और पूरे भारत के फार्मेसियों तक मेडबिक्री को पहुँचाएगी। मेडब्रिकी का लक्ष्य पहले छह महीनों में यूपी, एमपी, बिहार, झारखंड, दिल्ली और कर्नाटक में 50,000 केमिस्ट/फार्मासिस्ट को शामिल करना है।
मेडबिक्री के संस्थापक और सीईओ चुशुल सूरी ने कहा कि भारत में मरीज की स्वास्थ्य से जुड़ी हर जरूरत को पूरा करने के लिए फार्मेसी पहला सेंटर प्वाइंट रहा है। आमतौर से मरीजों को लोकल फार्मासिस्ट पर भरोसा होता है, क्योंकि फार्मासिस्ट उन मरीजों की मेडिकल हिस्ट्री को जानते है। इस के साथ ही ये फार्मासिस्ट उनके घरों से केवल 5 से 10 मिनट की दूरी के अंदर उपलब्ध होते हैं।
मेडबिक्री का लक्ष्य फार्मेसियों को ई-क्लीनिक में बदलना है। यह उन्हें ग्राहकों के लिए डॉक्टर परामर्श, डायग्नोस्टिक टेस्ट के साथ अन्य बेसिक प्रक्रियाओं को उपलब्ध कराने में सक्षम करेगा। इससे मरीजों को भी फायदा होगा, क्योंकि उन्हें अब लंबी दूरी की यात्रा नहीं करनी पड़ेगी और इलाज के लिए अस्पतालों और क्लीनिकों में देर तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा। इसके अलावा कंपनी फार्मेसियों की इंवेन्ट्री कैपिटल, जीएसटी, दवा खरीदी और नए डायरेक्ट टू कस्टुमर सप्लाई की पहुँच जैसे मुद्दों को हल करने की भी योजना बना रही है।
3वन4 कैपिटल के पार्टनर अनुराग रामदासन ने कहा कि मेडबिक्री एक एसेट-लाइट दृष्टिकोण लेकर छोटे शहरों के लिए स्वास्थ्य संबंधी हर समस्या को दूर करने की कोशिश करेगा। टीम ने दर्शाया है कि उनका प्रदर्शन और भारत के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों के बारे में ज्ञान बहुत ही सराहनीय है, और हम इस यात्रा का हिस्सा बनने के लिए बहुत उत्साहित है।
मेडबिक्री पहला भारतीय ऐप-आधारित फार्मा इन्वेंट्री मैनेजमेंट सॅाल्यूशन है, जहां फार्मासिस्ट बिल की तस्वीरों के माध्यम से अपनी इन्वेंट्री को अपडेट कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त वे बिलिंग, जीएसटी सपोर्ट, इन्वेंट्री मैनेजमेंट और फार्मा-विशेष सीआरएम जैसे बिल्ट-इन टूल्स की मदद से पूरी प्रोसेस को 15 मिनट से भी कम समय में पूरा कर सकते है।
यह ऐप आपको बोलकर नई सेल्स अपलोड करने की सुविधा भी देता है, जिससे बिल बनाने में लगने वाले समय को 30 सेकंड से कम कर दिया जाता है। फार्मासिस्ट अपने कागज के उपयोग को भी कम कर सकते हैं क्योंकि ऐप डिजिटल बिल जनरेट करता है, जिसे वॅाट्सएप और एसएमएस पर ग्राहकों को भेजा जा सकता है। ऐप कम स्टॉक और एक्सपायर हो रही दवाओं के लिए फार्मासिस्ट को एडवांस अलर्ट भेजता है, जिससे यह एप फार्मेसियों और केमिस्ट की दुकानों को स्टॉकआउट कम करने में, इन्वेंट्री को आसानी से मैनेज करने और मरीजों को ट्रेक करने में मदद करता है। इस तरह मेडबिक्री के द्वारा प्रत्येक स्टोर हर महीने तीन हजार रुपये या उससे अधिक की बचत कर पाता है।
इसके अलावा ऐप फार्मेसियों को ग्राहकों के साथ कनेक्ट होने में भी मदद करता है। यह एप दीर्घकालिक बीमारी के दवाइयों के पर्चे को ट्रेक करने में मदद करता है और आवश्यकता पड़ने पर उन्हें रिफिल करने की सूचना भी देता है। इससे रोगियों को लाभ होता है क्योंकि उन्हें यह याद रखने की आवश्यकता नहीं होती है कि उनके पर्चे में लिखी दवाई कब खत्म हो रही है। फार्मेसी भी इसे ट्रेक करती है, ग्राहकों को रिफिल रिमाइंडर भेजती है और ऑर्डर को कंफर्म करने के साथ होम डिलिवरी भी करती है।
मेडबिक्री पहले से ही भारत भर में चुनिंदा फार्मेसियों में ई-क्लीनिक चला रही है। 2023 में कंपनी की योजना देश भर में 10,000+ ई-क्लीनिक खोलने की है, जिसमें लखनऊ की चुनिंदा फ़ार्मेसी शामिल होंगी। ऐप ने पहले ही 25 लाख+ दवाएं बेचने में मदद की है, जिसमें 30हजार+ एक्यूट और 40हजार + क्रोनिक रोगों की औषधियाँ शामिल हैं। साथ ही मेडबिक्री ने फार्मेसियों को 1.5 लाख+ प्रिस्क्रिप्शन जारी करने में मदद की है।
मेडबिक्री के बारे में
चुशुल सूरी (सीईओ) और महेश सागर (सीटीओ) द्वारा स्थापित मेडबिक्री, इन्वेंट्री मैनेजमेंट के लिए भारत का पहला मुफ्त फ़ार्मेसी ऐप है। यह भारत में फार्मासिस्टों के सामने आने वाली सभी इन्वेंट्री मैनेजमेंट समस्याओं का एकमात्र समाधान है। ऐप क्रोनिक बीमारी वाले मरीजों के लिए रिफिल रिमाइंडर के साथ-साथ वॅाट्सएप और एसएमएस के माध्यम से डिजिटल बिल भेजने की सुविधा भी प्रदान करता है।