बडवानी; महिला ने दिया सीने से जुड़ीं जुड़वां बच्चियों को जन्म, हाथ-पैर और सिर अलग, डॉक्टर बोलीं- करियर में पहली बार देखा ऐसा

बडवानी से पीयूष पंडित की रिपोर्ट।
बड़वानी जिला अस्पताल में एक महिला ने ऐसी जुड़वां बच्चियों को जन्म दिया जो आपस में जुड़ी हुई हैं। डिलीवरी करवाने वाले डॉक्टर का कहना है कि उन्होंने अपने करियर में पहली बार इस प्रकार का केस ऐसा देखा। बता दे बच्चियों को सांस लेने में दिक्कत आने पर इंदौर रेफर कर दिया गया। बडवानी जिला मुख्यालय से करीब 7 किमी दूर ग्राम रेहगुन निवासी महिला अनीता पति आशु ने सोमवार रात में जुड़वां बच्चियों को जन्म दिया। जुड़वां बच्चियों का जन्म हुआ है वे सिर्फ छाती से आपस में जुड़ी हुई हैं, जबकि उनके हाथ-पैर और सिर अलग-अलग हैं। डॉक्टरों के अनुसार जन्म के समय दोनों जुड़वां बच्चियों का वजन 3 किलो 600 ग्राम था। डॉक्टरों के अनुसार बच्चियों को सांस लेने में दिक्कत आने के कारण इंदौर रेफर किया गया था। जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. मनोज खन्ना के अनुसार आपस में जुड़े बच्चों के जन्म का बड़वानी जिले का यह पहला मामला है। मामला गंभीर होने पर बड़वानी जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। यहां पर डॉक्टर ने ऑपरेशन के जरिए डिलीवरी करवाई।
पहली बार मां बनी आशु-
बता दे रेहगुन निवासी आशु और ससुस्तीखेड़ा निवासी अनीता का विवाह 2020 में हुआ था। दंपति अपनी पहली संतान के लिए स्वागत के लिए आतुर थे। हालांकि जुड़वां बेटियों के इस प्रकार से जुड़े होने से वे थोड़े परेशान हैं। शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. लक्ष्मण अवास्या का कहना है कि रात को महिला ने ऑपरेशन से जुड़वां शरीर के बच्चों को जन्म दिया। जिसके बाद दोनों बच्चों को स्टेबल कर एसएनसीयू में एडमिट कर आगे के उपचार के लिए इंदौर रेफर कर दिया गया। जुड़वां बच्चियां जन्म के समय ठीक थे।
ऑपरेशन से अलग हो सकती हैं दोनों नवजात-
डॉ. रूप सिंह भादले ने बताया कि यह काफी दुर्लभ मामला है। जिसमें 2 बच्चे आपस में जुड़े हुए रहते हैं। इनके जिंदा रहने की उम्मीद कम रहती है। इनका शरीर आपस में जुड़ा हुआ रहता है। ऑपरेशन कर इनके जुड़े हुए शरीर को अलग किया जा सकता है।