
इंदौर। मल्हारगंज टीबी हॉस्पिटल में डीन एमजीएम मेडिकल कॉलेज डॉक्टर संजय दीक्षित, संभागीय संयुक्त संचालक स्वास्थ्य डॉ अशोक डागरिया एवं एमजीएम मेडिकल कॉलेज के टीबी एवं चेस्ट रोग विभागाध्यक्ष डॉ सलिल भार्गव द्वारा सर्वे दल को हरी झंडी बताकर फील्ड में रवाना किया गया।
भारत शासन द्वारा इंदौर जिले को टीबी मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत टीबी उन्मूलन हेतु कराए जा रहे सब नेशनल सर्टिफिकेशन सर्वे में ब्रांच कैटेगरी हेतु नामित किया गया है, जिसके अंतर्गत भारत शासन वह डब्ल्यूएचओ के प्रतिनिधियों द्वारा जिले में NTEP शासकीय कर्मचारियों को छोड़कर अन्य प्राइवेट एजेंसी/ व्यक्ति से सर्वे कराया जाकर रिपोर्ट भारत शासन को प्रेषित की जाएगी, जिसमें जिले का चयन किया जाकर माननीय राष्ट्रपति महोदया द्वारा जिले को पदक प्रदाय किया जावेगा।
इंदौर जिले में टीबी रोग से संबंधित सब नेशनल सर्टिफिकेशन सर्वे अभियान आरंभ किया गया, जिसके अंतर्गत जिले में 10 सदस्य दल द्वारा इंदौर के विभिन्न क्षेत्रों में लगभग 60,000 की जनसंख्या का घर-घर जाकर सर्वे किया जावेगा, जिसके अंतर्गत 2 सप्ताह से अधिक खांसी वाले सभी मरीजों को खकार में परीक्षण कराया जावेगा l सर्वे लगभग 15 दिवस तक किया जावेगा।
सर्वे उपरांत भारत शासन द्वारा इंदौर जिले के लिए गठित डब्ल्यूएचओ कंसलटेंट व अन्य सदस्यों के दल द्वारा सर्वे व अन्य बिंदुओं का परीक्षण कर इंदौर जिले में प्रति लाख टीबी मरीजों की संख्या का विश्लेषण किया जाकर रिपोर्ट भारत शासन को प्रेषित की जावेगी l पदक का चयन इस बात का निर्धारण करेगा कि जिले में प्रति लाख टीबी मरीज संपूर्ण देश की तुलना में कितने हैं एवं इंदौर जिले द्वारा जिले को टीबी मुक्त करने हेतु कितना अच्छा कार्य किया है व और कितना प्रयास किए जाने की आवश्यकता है।
इस अवसर पर इंदौर जिले के जिला क्षय अधिकारी डॉ राहुल श्रीवास्तव, डब्ल्यूएचओ कंसलटेंट डॉ संकल्प चौधरी, डॉक्टर भगवान वास्केल, डॉक्टर सतीश सरोशे, डॉ हरीश गुप्ता व NTEP टीम के संपूर्ण सदस्य उपस्थित थे।
कार्यक्रम का संचालन जिला अधिकारी डॉ राहुल श्रीवास्तव द्वारा किया गया एवं आभार श्री आशीष शुक्ला द्वारा माना गया।