अग्रवाल सम्मेलन के लिए अब तक एक हजार से अधिकप्र विष्ठियां मिलीं, दहेज नहीं लेने वालों का होगा सम्मान
गांधी हाल में 22 मार्च से प्रारंभ होने वाले अ.भा. परिचय सम्मेलन की तैयारियों के लिए आयोजित बैठक में लिए गए अनेक निर्णय

अग्रवाल सम्मेलन के लिए अब तक एक हजार से अधिकप्र विष्ठियां मिलीं, दहेज नहीं लेने वालों का होगा सम्मान
गांधी हाल में 22 मार्च से प्रारंभ होने वाले अ.भा. परिचय सम्मेलन की तैयारियों के लिए आयोजित बैठक में लिए गए अनेक निर्णय
इंदौर। अग्रवाल समाज की अग्रणी संस्था श्री अग्रवाल महासभा की मेजबानी में समाजसेवी स्व. मिश्रीलाल गोयल की स्मृति में आयोजित किए जाने वाले निशुल्क अ.भा. युवक-युवती परिचय सम्मेलन के लिए अब तक एक हजार से अधिक प्रविष्ठियां देश के 10 उत्तर भारतीय राज्यों से प्राप्त हो चुकी हैं। इनमें 466 युवती एवं 550 युवक प्रत्याशी शामिल हैं। सभी उच्च शिक्षित एवं अपने –अपने कारोबार में स्थापित प्रत्याशी हैं। परिचय सम्मेलन में बिना दहेज के विवाह करने का संकल्प लेने वाले तथा मंच पर आकर अपना परिचय देने वाले प्रत्याशियों का सम्मान करने का निर्णय भी लिया गया है। इसी तरह ग्रीष्मकाल में मूक परिंदों के लिए अपने-अपने घरों पर पानी के सकोरे रखने हेतु सकोरों का वितरण भी किया जाएगा।
महासभा के समन्वयक संतोष गोयल, अध्यक्ष डॉ. सतीश गोयल और महामंत्री अजय बंसल एवं मनीष जैन ने बताया कि मंगलवार को यशवंत निवास रोड स्थित महासभा के कार्यालय पर अग्रवाल समाज केन्द्रीय समिति के पूर्व अध्यक्ष गोविंद सिंघल के आतिथ्य में आयोजित बैठक में निर्णय लिया गया कि परिचय सम्मेलन में आने वाले प्रत्याशियों के परिचय की पुस्तिका का प्रकाशन नवीन गोयल एवं श्याम गोयल के टीम द्वारा किया जाएगा। इसी तरह समाजसेवी एल.बी. अग्रवाल, सुशील गोयल एवं उनके साथी भी विभिन्न व्यवस्थाएं संभालेंगे। बैठक में अब तक प्राप्त प्रविष्ठियों की जानकारी देते हुए समन्वयक संतोष गोयल ने बताया कि गांधी हॉल में 22 से 24 मार्च तक होने वाले इस 32वें परिचय सम्मेलन के लिए अब तक 1016 प्रविष्ठियां प्राप्त हो चुकी है । इनमें 466 युवती एवं 550 युवक प्रत्याशी शामिल हैं। अधिकांश प्रत्याशी सीए, एमबीए, डॉक्टर्स, इंजीनियर्स, एमसीए, सीएस, उच्च शिक्षित एवं अन्य स्वयं के कारोबार में स्थापित हैं। अब तक गुजरात, दिल्ली, राजस्थान, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र एवं मध्यप्रदेश सहित 10 राज्यों से प्रविष्ठियां आईं है। प्रविष्ठियां प्राप्त करने की अंतिम तिथि 10 मार्च निर्धारित की गई है।
सम्मेलन की दिव्यता एवं पिछले 31 बरसों की परंपरा को देखते हुए सम्मेलन स्थल पर आने वाले मेहमानों के लिए रियायती शुल्क पर स्वल्पाहार एवं भोजन की व्यवस्था के साथ ही कुंडली मिलान, कम्प्यूटर, फोटोकापी, खोया-पाया, पूछताछ, परिचय पुस्तिका वितरण, सुरक्षा, पेयजल, साफ-सफाई, प्राथमिक चिकित्सा एवं अन्य समुचित प्रबंध सुनिश्चित किए जा रहे हैं। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि मातृशक्ति से जुड़ी व्यवस्थाएं श्रीमती उर्मिला गोयल, पुष्पा गुप्ता एवं पिंकी अग्रवाल संभालेंगी। बैठक में बिना दहेज के विवाह करने की घोषणा करने वाले प्रत्याशियों के साथ ही मंच पर आकर अपना परिचय देने वाले उम्मीदवारों का सम्मान करने का निर्णय भी लिया गया। इसी तरह हर वर्ष की तरह ग्रीष्मकाल में मूक परिंदों की जल सेवा के उद्देश्य से समाजबंधुओं को सकोरों का निशुल्क वितरण करने का निर्णय भी लिया गया, ताकि वे अपने-अपने घरों की छतों या बालकनियों पर परिदों के लिए दाना-पानी रख सकें। बैठक में यह निर्णय भी लिया गया कि परिसर पूरी तरह डिस्पोजल मुक्त रहेगा और केवल तांबे के कलश से ही जल सेवा होगी। सम्मेलन में ज्यादा से ज्यादा और सार्थक रिश्ते बनाने के लिए वरिष्ठजनों की समिति भी बनाई जा रही है। महिला पुरुषों की संपर्क- मिलन टीम रिश्ते बनाने में मदद करेगी।